2जी मामले पर सरकार को ऊपरी अदालत में चुनौती देनी चाहिए: सुब्रमण्यन स्वामी
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांसद और टू जी स्पैक्ट्रम आवंटन मुकदमें को लेकर सक्रिय रहे सुब्रमण्यन स्वामी ने सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर कहा है कि वह इस फैसले से निराश नहीं है;
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांसद और टू जी स्पैक्ट्रम आवंटन मुकदमें को लेकर सक्रिय रहे सुब्रमण्यन स्वामी ने सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर कहा है कि वह इस फैसले से निराश नहीं है और सरकार को ऊपरी अदालत में इसे चुनौती देनी चाहिए।
WATCH: BJP MP Subramanian Swamy addresses the media in Delhi post #2Gscamverdict https://t.co/cnvsBf61Ho
Today's judgment is a very bad judgement, this must be appealed in higher court: Subramanian Swamy #2GScamVerdict pic.twitter.com/VBP9yqlkTq
It has been derailed, but it can be put back on track again provided we have honest law officers and lawyers who don't do 'chamchagiri' of ministers: Subramanian Swamy #2GScamVerdict pic.twitter.com/vVIeBsFqBl
सात साल पुराने इस मामले में पटियाला हाउस स्थित केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की विशेष अदालत ने मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) सरकार के समय राजनीतिक भूचाल लाने वाले इस मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की पुत्री एम के कनिमोझी समेत सभी 19 आरोपियों को बरी कर दिया है।
अदालत के फैसले के बावजूद डा. स्वामी को अभी भी अपनी जीत का विश्वास है। इस सिलसिले में उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के खिलाफ मुकदमें का उल्लेख किया। उन्होंने कहा “ सरकार को फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देने के लिए अपील करनी चाहिए1”
This is not a setback at all, its an aberration as the law officers were not serious on fighting against corruption. So I hope the PM takes lesson from this.We must now fight corruption on war footing: Subramanian Swamy pic.twitter.com/zNDTSpE70z
Former AG Mukul Rohatgi has welcomed this verdict, I had written to PM opposing his appointment as AG. Rohatgi had appeared for some of accused companies: Subramanian Swamy #2GScamVerdict pic.twitter.com/mAd00pyHUW
डा. स्वामी ने कहा कि सुश्री जयललिता के मामले में भी उच्च न्यायालय के निर्णय को उच्चतम न्यायालय ने उलट दिया था। उन्होंने कहा अभी इस फैसले को पूरा पढ़ा नहीं है। मीडिया से जानकारी मिली है। पूरा निर्णय पढ़ने के बाद आगे की रणनीति तय करुंगा।