गोवा के मुख्यमंत्री आत्म-प्रचार के लिए अपने 'आका' का अनुसरण करते हैं : महिला कांग्रेस
गोवा प्रदेश महिला कांग्रेस ने शनिवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का उपहास उड़ाते हुए कहा कि वह अपने 'आका' (बॉस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्म-प्रचार करने के लिए उनका अनुसरण करते हैं;
पणजी। गोवा प्रदेश महिला कांग्रेस ने शनिवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का उपहास उड़ाते हुए कहा कि वह अपने 'आका' (बॉस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्म-प्रचार करने के लिए उनका अनुसरण करते हैं। जीपीएमसी अध्यक्ष बीना नाइक ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार 'मुख्यमंत्री गुरुदक्षिणा योजना' लागू करके आत्म-प्रचार करने की कोशिश कर रही है। शिक्षण संस्थानों से एक्सिस बैंक में बचत खाते खोलने के लिए कहा गया है, जो पहले राष्ट्रीयकृत बैंकों के पास था।
बीना ने सवाल किया, "क्या सरकार ने एक्सिस बैंक में कार्यरत किसी भाजपा नेता की बैंकर पत्नी को खुश करने के लिए यह फैसला लिया है? या अचानक पुरानी परंपरा कैसे बदल गई है और सरकार निजी क्षेत्र के बैंक में अपना पूरा विश्वास रखती है।"
बीना ने कहा कि 'मुख्यमंत्री गुरुदक्षिणा योजना' जो अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए लागू की गई है, जिसमें उनके वेतन को एक्सिस बैंक के माध्यम से ऑनलाइन मोड में संसाधित किया जाएगा, राष्ट्रीयकृत बैंक से निजी क्षेत्र के बैंक में रकम ट्रांसफर करना गलत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार स्वप्रचारक सरकार है, जिसने कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किया। कांग्रेस के कार्यकाल में हमने कभी ऐसा नहीं किया।
उन्होंने कहा, "सरकार राष्ट्रीयकृत बैंकों के जरिए वेतन देने की व्यवस्था को क्यों बदल रही है। देश ने देखा है कि कैसे 28 लोगों ने भारत के बैंकों को लूटा है। दस हजार करोड़ से अधिक की लूट की गई है।"
बीना नाइक ने सवाल किया, "वैदिक काल में गुरुदक्षिणा एकलव्य द्वारा द्रोणाचार्य को दी जाती थी। यह सम्मान देकर दी जाती थी, लेकिन यहां शिक्षकों के कई मामले लंबित हैं, जिनका समाधान नहीं हो रहा है, फिर आप इसे गुरु दक्षिणा कैसे कह सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "योजना का नाम उनके नाम पर रखने के लिए मुख्यमंत्री की जेब से वेतन दिया जाता है) या राजकोष (राजस्व) से। इसे 'लोक दक्षिणा' कहा जाना चाहिए न कि मुख्यमंत्री गुरु दक्षिणा।"
उन्होंने सवाल किया, "इस योजना के बाद सरकार के पास क्या छिपी हुई योजना है? क्या वे अपने नेताओं की तस्वीरों का उपयोग कर अगले चुनाव के लिए प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं?"
उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंक में बचत खाता खोलते समय केवल 1500 रुपये शुल्क लिया जाता है, जिसमें बीमा के लिए 500 रुपये शामिल हैं, जबकि निजी बैंक 5000 रुपये चार्ज करते हैं।
बीना नाइक ने मांग की कि सरकार मौजूदा व्यवस्था को नहीं बदले। राष्ट्रीयकृत बैंकों से खातों को निजी बैंकों में ट्रांसफर किया जाना उचित नहीं है।