गुजरात में पूर्व विधायक मणिभाई वाघेला ने कांग्रेस छोड़ी
गुजरात के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक मणिभाई वाघेला ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी;
गांधीनगर। गुजरात के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक मणिभाई वाघेला ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी। वाघेला ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित अपने त्यागपत्र में कांग्रेस की कार्यशैली, विचारधारा और कनिष्ठ कार्यकर्ताओं के प्रति 'अवहेलना' पर नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 'अक्षमता' और 'अपरिपक्व फैसलों' पर भी नाराजगी जताई।
वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के पूर्व सदस्य (एमएलए) वाघेला ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
वाघेला ने अपने त्यागपत्र में कहा कि कांग्रेस ने उन्हें वडगाम (अनुसूचित जाति आरक्षित) सीट से चुनाव लड़ने का मौका देने का वादा किया था। हालांकि, पार्टी ने अपना वादा नहीं निभाया और 2017 के विधानसभा चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार (जिग्नेश मेवाणी) का समर्थन किया।
वाघेला ने अपने पत्र में लिखा, "इसके बावजूद, मैंने जिग्नेश मेवाणी को पार्टी के साथ मिलकर चुनाव जीतने में मदद करने के लिए सभी प्रयास किए।"
उन्होंने लिखा, "दलित होने के नाते मैं अपने समुदाय के मुद्दों को उठाने में भी सक्षम हूं। मेरे पास भी उग्र उत्तेजक भाषण देकर दलित नेता के रूप में उभरने की क्षमता है। हालांकि, मेरी विचारधारा के अनुसार, पार्टी किसी विशेष जाति या समुदाय के लिए नहीं होनी चाहिए। समाज के सभी वर्गो का समर्थन करके और एक समझौतावादी दृष्टिकोण अपनाकर ही पार्टी को मजबूत किया जा सकता है।"
वाघेला ने कहा, "गुजरात में पार्टी के पुराने और अनुभवी नेताओं के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है और समुदायों के बीच द्वेष पैदा करने वाले तथाकथित दलित नेताओं को एंट्री और प्रोत्साहन दिया जा रहा है।"
साल 2012 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने वडगाम सीट जीतकर तत्कालीन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार के एक कैबिनेट मंत्री को हराया था।