पूर्वोत्तर में बाढ़ से बचाव के लिए अंतिम निर्णय पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा: जितेंद्र सिंह

 पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के लिए कई सुझाव मिले हैं लेकिन अंतिम निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।;

Update: 2018-05-13 14:37 GMT

नयी दिल्ली। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के लिए कई सुझाव मिले हैं लेकिन अंतिम निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।

 सिंह ने यह टिप्पणी असम में बाढ़ से निपटने के लिए तैयार की गयी एक शोध रिपोर्ट स्वीकार करने के बाद की। उन्होंने कहा कि असम में बाढ़ से निपटने के लिए कई सुझाव दिये गये हैं जिनमें ब्रह्मपुत्र नदी पर तटबंध बनाना, लंबी नदियों की तलहटी को गहरा करना तथा मजबूत और ऊंचे बांध बनाना आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद सरकार कोई अंतिम निर्णय लेगी। इसमें अनुकूलता, लागत और भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखा जाएगा। 

मौजूदा शोध रिपोर्ट ‘दिल्ली एल्युमनी एसोसिएशन आॅफ असम’ ने तैयार की है और गत सप्ताह इसे केंद्रीय मंंत्री को सौंपा गया।  सिंह ने कहा कि प्रतिवर्ष पूर्वोत्तर क्षेत्र के असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में बाढ़ तबाही मचाती है और इससे जान मान का भारी नुकसान होता है।

ऐसी तबाही से बचने के लिए गंभीर रुप से प्रयास करने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि गुवाहाटी विश्वविद्यालय में ब्रह्मपुत्र अध्ययन केंद्र की स्थापना की गयी है।

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