दर्जनों बैठकें, भू-विस्थापित को सिर्फ आश्वासन
आदर्श पुर्नवास को लेकर अकलतरा क्षेत्र में स्थापित केएसके महानदी प्रबंधन एवं स्थानीय प्रभावित परिवार के बीच की लड़ाई पिछले आठ सालों से नहीं सुलझ सका है।;
2 हजार लोगों की ढाई हजार एकड़ भूमि की गई है अधिग्रहित
जांजगीर। आदर्श पुर्नवास को लेकर अकलतरा क्षेत्र में स्थापित केएसके महानदी प्रबंधन एवं स्थानीय प्रभावित परिवार के बीच की लड़ाई पिछले आठ सालों से नहीं सुलझ सका है। इस दौरान दर्जनों बैठके व त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित हुई। मगर इनका नतीजा आज भी सामने नहीं आया, जिसके चलते समय-समय पर मजदूर, प्रभावित किसान परिवार धरना-आंदोलन करते रहे है। एकबार फिर कल से दो दिवसीय सम्मेलन के बहाने अपनी मांगों को प्रबंधन तक पहुंचाने की कवायद की जा रही है। जिसमें समर्थन देने हिन्द मजदूर सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के शामिल होने की बात कही जा रही है।
केएसके महानदी पॉवर प्लांट करीब आठ वर्ष पूर्व अकलतरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम नरियरा, रोगदा, अमोरा, नवापारा, तरौद, लटिया, मुरलीडीह सहित दस गांवों की हजारों एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई थी।
जिसमें कई किसान तो भूमिहीन हो गये, जिन्हें आदर्श पुर्नवास नीति के तहत प्रबंधन द्वारा पर्याप्त मुआवजा के साथ रोजगार उपलब्ध कराये जाने की शर्त है। मगर प्रबंधन के तालमटोल रवैये ने इतने वर्षाे के बाद भी लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। इस बीच कई बार आंदोलन भी हुये, जिसमें राजनीतिक दलों से जुड़े नेता अपनी रोटी सेकते रहे, मगर प्रभावित परिवार को कुछ नहीं मिला। एक बार फिर मजदूर संगठन के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी अकलतरा पहुंच रहे है, जिससे प्रभावित मजदूरो की मांग को हवा मिलने की उम्मींद बंधी है।
इस संबंध में जानकारी के अनुसार हिन्द मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एचएस मिश्रा भूविस्थापितों के आंदोलन को समर्थन देने 5 फरवरी को आएंगे। सभी मजदूरों एवं भूविस्थापित को उनके हक की लड़ाई में शामिल होने मिश्रा का दो दिवसीय प्रवास नरियरा में हो रहा है। छतीसगढ़ पावर मजदूर संघ के उपमहामंत्री बलराम गोस्वामी ने बताया कि 5 फरवरी को श्री मिश्रा साउथ बिहार एक्सप्रेस से सुबह 10 बजे अकलतरा पहुंचेंगे।
वहां कुछ देर विश्राम के बाद यूनियन पदाधिकारियों से प्लांट और यूनियन की गतिविधियों की जानकारी लेंगे। तत्पश्चात दोपहर 12 बजे जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर भूविस्थापितों को उनका वास्तविक अधिकार पुनर्वास नीति के तहत स्थायी नौकरी दिलाने पर जोर देंगे। प्रशासनिक मुलाकात के बाद केएसके महानदी पावर कम्पनी के मुख्य गेट के पास छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ के आमसभा को शाम 5 बजे सम्बोधित करेंगे। इसी तरह 6 फरवरी को सुबह 10 बजे यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ के ढाई साल में किए गए आंदोलन और संगठन की ताकत की समीक्षा करेंगे।
शाम 6 बजे केएसके महानदी पावर कम्पनी के जिम्मेदारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनेंगे।