डीयूजे ने दिल्ली विश्वविद्यालय में मीडिया और छात्रों पर हमले की निंदा की
दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (डीयूजे) ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में पत्रकारों, शिक्षकों और छात्रों पर हुए हमले को लेकर नाराजगी और दुख जताया।;
नई दिल्ली। दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (डीयूजे) ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में पत्रकारों, शिक्षकों और छात्रों पर हुए हमले को लेकर नाराजगी और दुख जताया। डीयूजे ने एक बयान में कहा, "बुधवार को प्रदर्शन को कवर कर रहे पत्रकारों पर कई हमले किए गए, प्रदर्शनकारियों द्वारा और उन पुलिसकर्मियों द्वारा भी जिन्होंने अपने नाम के टैग नहीं लगा रखे थे।"
बयान में कहा गया है, "फोन छीन लिए गए, कैमरा ले लिया और हिंसा के साक्ष्यों को नष्ट किया गया।" डीयूजे ने कहा कि टाइम्स ऑफ इंडिया संवाददाता सोमरीत भट्टाचार्य और फोटोग्राफर अनिंद्य चट्टोपाध्याय को रामजस कॉलेज पर छात्रों के बीच संघर्ष के दौरान पीटा गया।
इसमें कहा गया, "क्विंट रिपोर्टर तरुणि कुमार ने एक वीडियो बयान दिया है कि किस तरह एबीवीपी की महिला ने उन्हें मारा, उनका फोन छीना, बाल खींचे और फोन व माइक तोड़ दिया।"बयान में कहा गया है, "क्विंट के कैमरामैन शिव कुमार मौर्य को सिर में चोटें आईं और रिपोर्टर अनंत प्रकाश पर भी हमला किया गया। हिंदुस्तान टाइम्स रिपोर्टर अनन्या भारद्वाज को पीटा गया। टाइम्स नाउ के रिपोर्टर प्रियंक और कैमरामैन मजहर खान को पीटा गया। फोटोग्राफर आनंद शर्मा को भी मारा गया।"
डीयूजे ने कहा, "यह हमले मीडिया द्वारा जब कभी सत्तारूढ़ पार्टी से संबद्ध समूहों या समर्थकों की हिंसा को रिपोर्ट करने की कोशिश की जाती है, तो जानबूझकर प्रेस को धमकाने और मुंह बंद किए जाने की तरफ इशारा करते हैं।" डीयूजे ने कहा, "मीडिया पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। हम मामले की जांच और दोषियों को सजा दिए जाने की मांग करते हैं।"