चीन में सतरंगी बैज पहने महिला पर हमले को लेकर विवाद

एक कला केंद्र में पोशाक पर सतरंगी बैज पहन कर आईं दो महिलाओं पर कथित तौर पर सुरक्षा गार्डो के हमले से चीन में सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया है;

Update: 2018-05-14 23:26 GMT

बीजिंग। एक कला केंद्र में पोशाक पर सतरंगी बैज पहन कर आईं दो महिलाओं पर कथित तौर पर सुरक्षा गार्डो के हमले से चीन में सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया है। चीन में एलजीबीटी समुदाय अभी भी लगातार भेदभाव का सामना कर रहे हैं। सुरक्षा वर्दी पहने लोगों द्वारा महिलाओं को पीटे जाने और फर्श पर धकेले जाने का वीडियो ऑनलाइन अपलोड किए जाने के बाद सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने इसकी रपट दी।

बीजिंग 798 आर्ट जोन के सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर दोनों महिलाओं को प्रवेश देने से इनकार कर दिया। ऐसा सुरक्षा गार्डो ने समारोह स्थल के पास एक व्यक्ति द्वारा दिए गए सतरंगी बैजों को महिलाओं द्वारा लगाए जाने की वजह से किया गया।

दैनिक के अनुसार, व्यक्ति ने कहा कि वह होमोफोबिया, ट्रांसफोबिया और बाईफोबिया के खिलाफ आने वाले 17 मई के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर सतरंगी झंडे बांट रहा है।

उन्होंने कहा, "मैंने 5,000 सतरंगी बैज बांटने की योजना बनाई थी, लेकिन मुझे सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। मुझे बैज बांटने से रोकने की कोशिश व पहनने वालों को क्षेत्र में प्रवेश देने से मना करना हास्यास्पद है।"

व्यक्ति ने महिलाओं से अस्पताल में जाकर मुलाकात की और कहा कि एक महिला के मुंह में टांके लगे हैं, जबकि दूसरी महिला के चेहरे पर चोटें आई हैं।

बीजिंग एडमिनिस्ट्रेटिव कमेटी ऑफ 798 आर्ट जोन के संपत्ति प्रबंध विभाग के एक कर्मचारी ने कहा कि सुरक्षा गार्डो को अवैध गतिविधियां रोकने का अधिकार है।

हालांकि, कोई विशिष्ट आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन अनुमान है कि चीन में एलजीबीटी समूह के सात करोड़ लोग हैं।

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के 2016 में किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक, 30,000 चीनी एलजीबीटी लोगों में आधे लोगों को अपने यौन व्यवहार की वजह से भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

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