हरियाणा मंत्रिपरिषद में शामिल मंत्रियों में विभागों का बंटवारा, विज को गृह विभाग

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और जननायक जनता पार्टी(जजपा) गठबंधन सरकार के वीरवार को किये गये;

Update: 2019-11-15 11:40 GMT

हरियाणा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और जननायक जनता पार्टी(जजपा) गठबंधन सरकार के वीरवार को किये गये पहले मंत्रिपरिषद विस्तार के तहत शामिल छह कैबिनेट और चार राज्य मंत्रियों(स्वतंत्र प्रभार) में विभागों का बंटवारा कर दिया है।

कैबिनेट और राज्य मंत्रियों में भाजपा कोटे से क्रमश: पांच और तीन मंत्री बनाये गये हैं। इनमें अनिल विज, कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, जयप्रकाश दलाल और डा. बनवारी लाल कैबिनेट मंत्री तथा ओम प्रकाश यादव, कमलेश ढांडा और संदीप सिंह राज्य मंत्री हैं। रानिया से निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि जजपा विधायक अनूप धानक को राज्यमंत्री बनाया गया है। मंत्रिपरिषद के विस्तार के बाद राज्य सरकार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री हो गये हैं।

कैबिनेट मंत्रियों में वर्ष 1990, 1996, 2000, 2009 और 2014 तथा इस बार वर्ष 2019 में अम्बाला कैंट से छठी बार विधायक चुने गये श्री विज राज्य में लगातार दूसरी बार मंत्री बने हैं। उन्हें गृह, शहरी स्थानीय शासन, स्वास्थ्य, तकनीकी शिक्षा, आयुष, मेडिकल शिक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समेत कुल सात विभाग दिये गये हैं। वह पिछली भाजपा सरकार में खेल एवं स्वास्थय मंत्री थे। वह पिछली सरकार के केवल उन दो मंत्रियों में एक हैं जो इस बार चुनाव जीत सके हैं। वह राज्य में 23 वर्षो के अंतराल बाद गृह मंत्री होंगे। उनसे पहले वर्ष 1996 में बंसीलाल सरकार में मनीराम गोदारा गृह मंत्री थे। हालांकि वर्ष 2009 में भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में सिरसा से बतौर निर्दलीय विधायक बने गोपाल कांडा को गृह राज्य मंत्री बनाया था लेकिन अपनी कम्पनी की एक महिला कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में आरोपी बनाये जाने और जेल भेजे जाने पर उन्हें अगस्त 2012 में पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

जगाधरी से तीसरी बार विधायक बने श्री कंवरपाल गुर्जर को शिक्षा, वन, पर्यावरण, संसदीय मामले और आतिथ्य विभाग दिये गये हैं।  गुर्जर पिछली विधानसभा के अध्यक्ष थे। लेकिन इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

बल्लभगढ़ से दूसरी बार विधायक बने मूलचंद शर्मा को परिवहन, खनन, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग दिये गये हैं।
लोहारू से पहली बार विधायक बने जय प्रकाश दलाल को कृषि, पशु पालन, मत्स्य पालन और विधि विभाग दिये गये हैं।
वहीं पिछली भाजपा सरकार में जनस्वास्थय मंत्री रहे डा. बनवारी लाल दूसरी बार भी कैबिनेट मंत्री बने हैं। उन्हें इस बार सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग दिये गये हैं।

कैबिनेट मंत्री बने निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह राज्य की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के भाई हैं। वह 1987 में विधायक चुने गये थे और 31 साल के अंतराल के बाद रानिया हलके से विधानसभा में पहुंचे हैं। जीतने पर उन्होंने बिना शर्त भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया था। ईनाम के तौर पर उन्हें कैबिनेट मंत्री पद मिला और उन्हें बिजली, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और जेल विभाग दिये गये हैं।

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