राजधानी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन शांतिपूर्ण, कई लोग हिरासत में लिए गए
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग इलाकों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा;
नयी दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग इलाकों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा है और इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया गया।
जामिया के छात्रों ने उत्तर प्रदेश पुलिस की बर्बरता के खिलाफ उत्तर प्रदेश भवन का घेराव करने का आह्वान किया था लेकिन वहां पर धारा 144 लगाई गई थी। एक बस में सवार जामिया के छात्रों को कौटिल्य मार्ग स्थित असम भवन के पास से हिरासत में लिया गया जिसमें करीब 25 लोग सवार थे। इसके अलावा उत्तर भवन की ओर पैदल जाने की कोशिश कर रहे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
जामिया के एक छात्र आसिफ ने बताया कि वह मास कम्युनिकेशन के छात्र हैं और प्रदर्शन की रिपोर्टिंग करने के लिए जा रहे थे लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश भवन से काफी पहले ऑटो से उतार कर पुलिस हिरासत में लेकर मंदिर मार्ग थाने ले गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन की ओर जाने को कोशिश करने वाले करीब 40 छात्रों को विभिन्न इलाकों से हिरासत में लिया गया है।
जामिया के मेन गेट पर पिछले 15 दिनों से आंदोलन जारी है। उत्तर प्रदेश में पुलिस हिंसा के खिलाफ जामिया के कुछ छात्र आज से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
भीम सेना तथा अन्य संगठनों की ओर से चंद्रशेखर को रिहा करने तथा नागरिकता कानून के खिलाफ प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च शुरू किया लेकिन पुलिस ने लोधी रोड पर ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ बांध रखे थे ताकि उन पर हिंसा करने का आरोप नहीं लगाया जा सके।
जामिया नगर के शाहीन बाग में भी पिछले दस दिन से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां के लोग मथुरा रोड से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क के बीचो बीच टेंट लगाकर आंदोलन कर रहे है जिससे मथुरा रोड पर हर दिन भारी जाम लग रहा है। फरीदाबाद से आने वाले वाहनों को आश्रम महारानी बाग होकर नोएडा भेजा जा रहा है।
जामा मस्जिद के बाहर भी जुमे की नमाज के बाद हजारों लोगों ने एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा भी शामिल हुईं।
जाफराबाद और सीलमपुर के इलाके में भी लोगों ने प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस की मुस्तैदी और मस्जिद के इमामों की ओर से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के आह्वान के कारण किसी भी इलाके से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
उत्तर पूर्वी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार नमाज से पहले इलाके में पर्याप्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां तैनात की गई। सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।
विभिन्न संगठनों की ओर से दिल्ली के अलग अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया। कुछ इलाकों में ड्रोन से निगरानी रखी गई ताकि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता बनाया जा सके।