दिल्ली-एनसीआर में जहरीली हवा का कहर, एक्यूआई 400 के पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर गंभीर रूप धारण कर लिया है;

Update: 2025-12-23 03:34 GMT

ठंड और कोहरे के बीच प्रदूषण से बिगड़े हालात, अस्पतालों में बढ़े मरीज

  • आनंद विहार और नोएडा में हवा सबसे ज्यादा जहरीली, एक्यूआई 460 से ऊपर
  • 25 दिसंबर से और गिरेगा तापमान, प्रदूषण में राहत की उम्मीद कम
  • ग्रेप-4 नियम लागू, वाहनों पर रोक और स्कूलों में ऑनलाइन व्यवस्था

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर गंभीर रूप धारण कर लिया है।

सीपीसीबी और डीपीसीसी के आंकड़ों में प्रदूषण की भयावह स्थिति

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) और मौसम विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के अधिकांश इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच चुका है, जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है।

गाजियाबाद और नोएडा में एक्यूआई खतरनाक स्तर पर

गाजियाबाद के वसुंधरा क्षेत्र में एक्यूआई 460 दर्ज किया गया, जबकि इंदिरापुरम में 412, लोनी में 401 और संजय नगर में 387 रहा। नोएडा की स्थिति भी बेहद चिंताजनक बनी हुई है। सेक्टर-1 में एक्यूआई 460, सेक्टर-116 में 429, सेक्टर-125 में 419 और सेक्टर-62 में 398 दर्ज किया गया।

दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में हवा सांस लेने लायक नहीं

दिल्ली के हालात और भी भयावह नजर आ रहे हैं। आनंद विहार में एक्यूआई 468, नेहरू नगर में 457, ओखला फेज-2 में 455, आरके पुरम में 446, पंजाबी बाग में 441, पटपड़गंज में 439 और अशोक विहार में 443 रिकॉर्ड किया गया। चांदनी चौक में एक्यूआई 428, बवाना में 427, डीटीयू में 420, पुसा में 417 और अलीपुर में 407 दर्ज हुआ। लगभग सभी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा सांस लेने लायक नहीं बची है।

तापमान गिरावट और कोहरे से प्रदूषण और बढ़ने की आशंका

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 25 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। 23 दिसंबर को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री रहा, जबकि 24 और 25 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान है। इस दौरान सुबह और रात के समय मध्यम से हल्का कोहरा छाया रहेगा, जिससे प्रदूषण और अधिक ठहर सकता है। प्रदूषण के चलते अस्पतालों में सांस, दमा, एलर्जी और आंखों में जलन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है।

ग्रेप-4 नियम लागू, वाहनों और निर्माण कार्य पर रोक

डॉक्टरों के अनुसार ओपीडी में प्रदूषण से प्रभावित मरीजों की संख्या में करीब 50 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। हालात को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप -4 के नियम लागू हैं। इसके तहत दिल्ली में बीएस -6 से नीचे के वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, निर्माण कार्य बंद हैं और स्कूलों में ऑनलाइन/हाइब्रिड व्यवस्था लागू की गई है। बावजूद इसके, प्रदूषण के स्तर में कोई खास सुधार नजर नहीं आ रहा है।

विशेषज्ञों की चेतावनी और प्रशासन की अपील

विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड, कोहरा, हवा की धीमी गति और स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के चलते फिलहाल राहत की उम्मीद कम है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक बाहर निकलने से बचें, मास्क का उपयोग करें और स्वास्थ्य संबंधी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

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