रामचंद्रन: चूंकि यह आपका बताया गया मकसद बिल्कुल नहीं था, इसलिए BLO का यह शक कि यह व्यक्ति वहां क्यों है, इस प्रक्रिया से बिल्कुल अलग है।
रामचंद्रन: यहाँ मकसद गैर-नागरिकों को हटाना नहीं है, यह इस प्रक्रिया को शुरू करते समय ECI की बताई गई चिंता नहीं है।
रामचंद्रन: पहला पैराग्राफ बिहार ऑर्डर के जारी रहने को दिखाता है, इसलिए देश के दूसरे हिस्सों में SIR का मकसद बिहार SIR के मकसद को जारी रखना है।
रामचंद्रन: 27/10 का आदेश बिहार में पहले दिए गए आदेश का ही अगला हिस्सा है... इन 9 राज्यों से जुड़े विवादित आदेश को मैं अलग से देख रहा हूँ, माई लॉर्ड्स।
रामचंद्रन: UAF के लिए 3 क्वालिफाइंग फैक्टर हैं उम्र, निवास और नागरिकता, इन तीनों में से कोई भी एक दूसरे से ज़्यादा ज़रूरी नहीं है और अगर ये शर्तें पूरी होती हैं, तो ECI का काम उन्हें वोट डालने में मदद करना होगा।
रामचंद्रन: या तो यह UAF के लिए एक फैसिलिटेटर और मददगार के तौर पर अपनी भूमिका देखता है, जिसका मतलब है नागरिकों को वोट देने में मदद करना, भूमिका को देखने का नकारात्मक तरीका एक डिसेबलर या एक संदिग्ध पुलिसकर्मी का है...तो आप अपनी भूमिका को कैसे देखते हैं, यह साफ़ हो जाएगा।
रामचंद्रन: संविधान के अनुसार ECI का काम यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइज़ के विचार को लागू करना है।
रामचंद्रन: कुछ व्यापक संवैधानिक सिद्धांत हैं, उन सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए न्यायिक प्रयासों की आवश्यकता होगी।
बेंच ने SIR की सुनवाई फिर से शुरू की
सीनियर एडवोकेट राजू रामचंद्रन ने अपनी दलीलें पेश कीं
CJI ने SIR मामले को हाथ में लेने से पहले छोटे मामलों को निपटाने का फैसला किया।