'वंदे मातरम' पर पीएम मोदी ने सकारात्मकता, तर्क और देशभक्ति की भावना से भरी चर्चा की: मुख्तार अब्बास नकवी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने 'वंदे मातरम' पर संसद में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रशंसा की;

Update: 2025-12-08 17:24 GMT

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने 'वंदे मातरम' पर संसद में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अगर जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को जनादेश नहीं दिया होता तो दूसरी सरकारें कभी 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर उसकी गौरवगाथा का गवाह जनता को नहीं बनने देतीं।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "आज हर भारतीय को गर्व महसूस हो रहा है कि 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में सकारात्मकता, तर्क और देशभक्ति की भावना से भरी चर्चा की शुरुआत की।"

भाजपा नेता ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, "वंदे मातरम के साथ सांप्रदायिक छल किया गया। इस पर सांप्रदायिक विकृतियां थोपने की कोशिश की गईं। सांप्रदायिक साजिशों के जरिए इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश की गई। यह शर्मनाक बात थी कि जब पहले संसद सत्र हुआ करता था, तब वंदे मातरम का गान होने पर कुछ राजनीतिक दल और उनके नेता बहिष्कार करते थे। उसका विरोध करते थे।"

उन्होंने आगे कहा, "यह वो पार्टियां थीं, जो अपने आप को धर्मनिरपेक्षता का सूरमा कहती हैं। 'वंदे मातरम' के विषय पर वह पार्टियां 'सांप्रदायिकता के चूर्मा' जैसा व्यवहार करती थीं। ऐसी पार्टियों ने अपने सांसदों को कभी 'वंदे मातरम' का गीत विरोध करने से नहीं रोका।"

मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि आज देश में राष्ट्रवादी सरकार है। हम भाग्यशाली हैं कि जनता के जनादेश पर बनी 'मोदी सरकार' संसद में 'वंदे मातरम' पर चर्चा करा रही है, जहां गर्व के साथ उस गाथा का गुणगान भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को जनादेश नहीं दिया होता तो मुझे नहीं लगता कि कोई और दूसरी सरकार 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर हम सभी उसकी गौरव गाथा और गौरवशाली क्षण के गवाह नहीं बनते।

वहीं, भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े विस्तार से बताया कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने 'वंदे मातरम' को लेकर समझौता किया और कैसे 1937 के बाद इस गीत के कुछ अंशों को दबाव के कारण हटा दिया गया और किस ढंग से पूरी तरह इसे अपनाया नहीं गया। तो एक-एक बात प्रधानमंत्री ने खोलकर रख दी।"

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