दिल्ली में ग्रैप-3 लागू करने की अभी जरूरत नहीं: सीएक्यूएम उप-समिति
देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बहुत खराब' श्रेणी के ऊपरी स्तर पर बना रहा;
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बहुत खराब' श्रेणी के ऊपरी स्तर पर बना रहा। स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की उप-समिति ने शाम 4 बजे आपात समीक्षा बैठक की।
इस समीक्षा बैठक में दिल्ली-एनसीआर के मौजूदा वायु गुणवत्ता परिदृश्य और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) की ओर से जारी मौसम और प्रदूषण पूर्वानुमान की समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान बताया गया कि सुबह 10 बजे दिल्ली का औसत प्रति घंटा ए़क्यूआई 391 दर्ज किया गया था, जो शाम 4 बजे तक घटकर 370 पर आ गया। वायु गुणवत्ता में इस सुधार को सकारात्मक संकेत माना गया। शाम 5 बजे तक दिल्ली का ए़क्यूआई और बेहतर होकर 365 पर पहुंच गया, जिससे प्रदूषण स्तर में लगातार गिरावट का रुझान स्पष्ट हुआ।
आईएमडी और आईआईटीएम के पूर्वानुमानों के अनुसार, आगामी दिनों में दिल्ली का समग्र ए़क्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में बना रहेगा। स्थिति को देखते हुए उप-समिति ने माना कि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के तीसरे चरण को लागू करने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। वर्तमान में लागू पहले चरण और दूसरे चरण के तहत चल रहे नियंत्रण उपाय दिल्ली-एनसीआर में जारी रहेंगे।
सीएक्यूएम उप-समिति ने कहा कि वह वायु गुणवत्ता की स्थिति पर करीबी नजर बनाए रखेगी और आवश्यकता पड़ने पर स्थिति की दोबारा समीक्षा की जाएगी।
आपको बताते चलें, केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड द्वारा एक्यूआई के वर्गीकरण के अनुसार 0 से 50 को अच्छा, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मध्यम, 201 से 300 को खराब और 301 से 400 को बहुत खराब की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा 401 से 500 को गंभीर और 450 से अधिक एक्यूआई होने पर गंभीर प्लस की श्रेणी में रखा गया है।