सफेदपोश अपराधों पर अंकुश के लिए मेघवाल करेंगे राष्ट्रीय सम्मेलन का नेतृत्व

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल 11 अक्टूबर को एक राष्ट्रीय सम्मेलन में सफेदपोश अपराधों से निपटने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए रणनीतियों पर नियामकों और बैंकिंग विशेषज्ञों के बीच होने वाली चर्चा का नेतृत्व कर सकते हैं;

Update: 2025-09-28 03:55 GMT

विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को सुरक्षित करने की रणनीति पर होगी चर्चा

  • कानून मंत्री मेघवाल की पहल, व्हिसलब्लोअर्स नेटवर्क और सख्त निगरानी की तैयारी
  • साइबर धोखाधड़ी और कॉर्पोरेट अपराधों पर विशेषज्ञों की बैठक 11 अक्टूबर को
  • टीपीएफ सम्मेलन में पेशेवर उत्कृष्टता और नैतिक जिम्मेदारी को जोड़ने पर जोर

नई दिल्ली। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल 11 अक्टूबर को एक राष्ट्रीय सम्मेलन में सफेदपोश अपराधों से निपटने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए रणनीतियों पर नियामकों और बैंकिंग विशेषज्ञों के बीच होने वाली चर्चा का नेतृत्व कर सकते हैं।

मेघवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सफेदपोश अपराधियों पर मुकदमा चलाने और आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सामूहिक वैश्विक पहल को तेज करने के लिए मजबूत किए गए नियामक और कानूनी ढांचे पर प्रकाश डाल सकते हैं।

मेघवाल सफेदपोश अपराध को रोकने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए एक विश्वसनीय, कार्रवाई योग्य रोडमैप तैयार करने हेतु विशेषज्ञों का आह्वान कर सकते हैं, जिससे प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया जा सके।

दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सचिव और लागत लेखाकारों सहित विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवर भाग लेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य व्हिसलब्लोअर्स का एक राष्ट्रीय समूह तैयार करना है।

भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी एवं सीईओ आशीष कुमार चौहान भी बैंकिंग और कॉर्पोरेट धोखाधड़ी, साइबर अपराध, कर चोरी और इनसाइडर ट्रेडिंग सहित सफेदपोश अपराध परिदृश्य पर प्रकाश डालेंगे।

कॉर्पोरेट मामलों और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ​​और भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एम. एस. साहू भी अपने विचार साझा कर सकते हैं।

टीपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिम्मत जैन ने कहा, "सफेदपोश अपराध केवल एक आर्थिक अपराध नहीं है। यह एक नैतिक उल्लंघन है, जो जनता के विश्वास को कम करता है। टीपीएफ दायित्व हमारी अंतरात्मा की आवाज है।"

तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम (टीपीएफ) के राष्ट्रीय संयोजक राज कुमार नाहटा ने चर्चा के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य पेशेवर उत्कृष्टता को नैतिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ना है। कानून और संस्थाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उन्हें व्यक्तिगत कर्तव्य द्वारा सुदृढ़ किया जाना चाहिए।"

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