केजरीवाल ने लिया एक एकड़ का सरकारी बंगला, भाजपा ने उठाए सवाल
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली एवं देश की जनता ने आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल को अपने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन एवं 2013 विधानसभा चुनाव लड़ते समय दिखाए राजनीतिक आदर्शों को पूरी तरह त्यागते हुए देखा;
शीशमहल से बेदखली के बाद अब 95 लोधी एस्टेट: भाजपा का केजरीवाल पर हमला
- बंगले की राजनीति पर गरमाई दिल्ली: भाजपा ने केजरीवाल को घेरा
- एफिडेविट से बंगले तक: भाजपा ने केजरीवाल की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
- वीरेंद्र सचदेवा का आरोप: बंगले की लालसा ने केजरीवाल की साख खत्म की
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली एवं देश की जनता ने आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल को अपने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन एवं 2013 विधानसभा चुनाव लड़ते समय दिखाए राजनीतिक आदर्शों को पूरी तरह त्यागते हुए देखा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त आप सरकार को ही नहीं, खुद अरविंद केजरीवाल को भी चुनाव हराकर दिल्ली की जनता ने उन्हें सत्ता से बेदखल किया था। शराब घोटाले सहित अनेक घोटालों ने अरविंद केजरीवाल सरकार की हार की पृष्ठभूमि तैयार की, लेकिन इसमें सबसे बड़ी भूमिका केजरीवाल द्वारा कोविड काल में अनैतिक रूप से बनाए शीशमहल बंगले की रही।
शीशमहल बंगले के निर्माण एवं शराब घोटाले ने जनता के सामने एक सवाल खड़ा कर दिया था कि क्या यह वही अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्होंने 2013 के चुनाव से पहले एफिडेविट देकर वादा किया था कि सत्ता में आए तो बंगला या गाड़ी नहीं लेंगे और कहा था जिस विधायक या मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगेगा, उसे विधानसभा से बाहर कर देंगे।
केजरीवाल के शीशमहल निर्माण एवं शराब घोटाले से त्रस्त दिल्ली की जनता ने 8 फरवरी 2025 को उन्हें दिल्ली की सत्ता से बेदखल कर दिया, पर विडंबना देखिए कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाते हथियाए शीशमहल से बेदखल होने के ठीक आठ माह बाद केजरीवाल ने मंगलवार यानी 7 अक्टूबर को 'आप' मुखिया होने का दांव चलकर दिल्ली के सबसे बड़े बंगलों में से एक 95 लोधी एस्टेट खुद को आवंटित करवा लिया।
दिल्ली की जनता द्वारा शीशमहल से निकाले जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आखिरकार एक एकड़ का सरकारी बंगला लेकर आज अपनी हठधर्मी तो पूरी कर ली, लेकिन उन्होंने जनता की निगाह में अपनी बचीखुची राजनीतिक साख भी खो दी है।
दिल्ली एवं देश की जनता यह देखकर स्तब्ध है कि जो केजरीवाल 2013 में एफिडेविट देकर सरकारी घर न लेने का वादा करते थे, वे आज बंगले के लिए इतने दिवाने हो गए कि न्यायालय में 'आप' मुखिया होने का एफिडेविट देकर एकड़ से भी बड़ा बंगला ले लिया।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि शीशमहल ने केजरीवाल को दिल्ली की सत्ता से बेदखल करवाया और 95 लोधी एस्टेट जैसा बड़ा बंगला लेना उनकी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खोने का कारण बनेगा।