दिल्ली : राजन बाबू अस्पताल मामले ने लिया सियासी मोड़, आप ने मांगा उत्तरी निगम के महापौर का इस्तीफा
उत्तरी दिल्ली स्थित राजन बाबू अस्पताल की जर्जर इमारत पर सियासत तेज होने लगी है;
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली स्थित राजन बाबू अस्पताल की जर्जर इमारत पर सियासत तेज होने लगी है। इस मसले पर आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह का इस्तीफा तक मांगा है। आप ने कहा कि महापौर को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। आप का कहना है, "महापौर बताएं कि अगर आप अपने वॉर्ड के अंतर्गत आने वाले राजन बाबू अस्पताल की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं तो पूरी नॉर्थ एमसीडी की देखभाल कैसे करेंगे। वहीं खुद भाजपा की स्टैंडिंग कमेटी ने माना इमारत खतरनाक फिर भी मरीजों का इलाज जारी, लेकिन मेयर राजा इकबाल सिंह झूठी बयानबाजी में व्यस्त है।"
आम आदमा पार्टी के नेताओं ने निगम के अधीन आने वाली इमारतों को लेकर घेरने की कोशिश की, वहीं बताया कि कब कौन सा हादसा हुआ और कितने लोग इससे प्रभावित हुए।
आप ने कहा, "इससे पहले एमसीडी के अंतर्गत करोलबाग के अर्पित होटल हादसे में 17 मासूमों की, शास्त्री पार्क में एक इमारत गिरने से 67 लोगों की, चांदनी चौक में एक इमारत गिरने से 2 लोगों की, सावन पार्क हादसे में 7 लोगों की और 2021 में मलकागंज में इमारत गिरने से 2 मासूम बच्चों की जान चली गई।"
हम भाजपा के नेताओं, मेयर और अध्यक्ष आदेश गुप्ता को चुनौती देते हैं कि साथ चलकर अस्पताल देखें, दिल्ली की जनता को वास्तविकता पता चल जाएगी कि कौन झूठ बोल रहा है।
इससे पहले, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल और विधायक आतिशी ने अस्पताल का दौरा किया और एक वीडियो के माध्यम से सच्चाई सामने रखने की कोशिश की थी।
एलओपी विकास गोयल ने थाने में लिखित तौर पर इसकी शिकायत दर्द कराई है। उन्होंने कहा, "हम दिल्ली सरकार का धन्यवाद करना चाहते हैं कि उसने इस पर बहुत ही गंभीरता से फैसला लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।"