लापता पर्वतारोहियों के शव नहीं निकाले जा सके
लापता विदेशी पर्वतारोहियों के शव आज नहीं निकाले जा सके;
नैनीताल। लापता विदेशी पर्वतारोहियों के शव आज नहीं निकाले जा सके। शवों को निकाले जाने के लिये चलाया गया अभियान असफल रहा। मौसम ठीक होने पर आज दुबारा से नये सिरे से अभियान संचालित किया जाएगा।
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डाॅ विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि आज वायुसेना व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) का संयुक्त अभियान असफल रहा। वायुसेना का हेलीकाप्टर आईटीबीपी के प्रशिक्षित माउंटनेरिंग दल को लेकर नंदा देवी (ईस्ट) क्षेत्र में गया लेकिन विषम भौगालिक परिस्थिति और हवा के लगातार विपरीत दबाव के चलते बचाव दल को नहीं उतारा जा सका।
उन्होंने कहा कि नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र में जहां शव पड़े हुए हैं वहां की भौगोलिक परिस्थितियां अत्यंत दुरूह है। कटोरेनुमा इस क्षेत्र में तीन तरफ से बर्फ के ऊंचे पहाड़ हैं। उन्होंने आगे बताया कि वायुसेना के हेलीकाॅप्टर ने तीन बार उतरने का प्रयास किया लेकिन दल को सफलता नहीं मिल पायी, इसलिये दल को वापस लौटना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि अब नये सिरे से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। दूसरी रणनीति के तहत आईटीबीपी के दल को आसपास के अन्य क्षेत्र में उतारा जायेगा। इसके बाद अभियान दल के सदस्य पर्वतारोहियों के शवों तक पहुंच बनायेंगे तथा उन्हें एयर लिफ्ट कर पिथौरागढ़ लाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्ययोजना के तहत अधिक समय खर्च होगा। माउंटनेरिंग दल को कुछ दिनों तक वहां के वातावरण के अनुकूल अपने को ढालना पड़ेगा। तब जाकर अभियान संचालित किया जाएगा।
दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से संबंधित दूतावासों को सूचना दे दी गयी है। भारत सरकार को भी इस संबंध में पत्र भेजा गया है। यहां यह बताना भी आवश्यक है कि हिमालय के नंदा देवी शिखर पर विदेशी पर्वतारोहण का एक दल पिछले महीने की दस तारीख को गया था। यह दल दो हिस्सों में अभियान पूरा करने गया था।
पहला चार सदस्यीय दल वापस आधार शिविर लौट आया था लेकिन दूसरा दल अभियान सफल करने के बाद लापता हो गया था। लापता दल में एक भारतीय समेत कुल आठ सदस्य हैं। सात विदेशियों में चार ब्रिटिश, दो अमेरिकी व एक ऑस्ट्रेलियाई महिला है। इस दल को खोजने के लिये पिछले दिनों वायु सेना का हेलीकाप्टर गया था जिसे नंदा देवी क्षेत्र में पांच शव दिखायी दिये थे।