गुलाबी गैंग की ढाबा में दबिश, 78 पाव शराब बरामद
राष्ट्रीय राजमार्ग रायपुर आरंग पर मंदिर हसौद थाना से महज 3 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम नवागांव में सड़क किनारे संचालित सिंग ढाबा में गुलाबी गैंग ने दबिश दे 78 पौव्वा शराब जप्त किया।;
रायपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग रायपुर आरंग पर मंदिर हसौद थाना से महज 3 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम नवागांव में सड़क किनारे संचालित सिंग ढाबा में गुलाबी गैंग ने दबिश दे 78 पौव्वा शराब जप्त किया। शराब सहित ढाबा संचालक रमेश सिंग को थाना के हवाले किया गया। आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) के तहत गिरफ्तार कर इस आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहां से इसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
ज्ञातव्य हो कि लगभग 7 माह पहले ग्राम नवागांव के ग्रामीणों ने स्वतंत्रता दिवस के ठीक पहले 14 अगस्त को घेराबंदी कर इसी ढाबा से करीबन 8 लीटर शराब जब्त करवाया था व ढाबा संचालक इस रमेश सिंग व गोपाल सिंग के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) के तहत कार्यवाही कर इन्हें गिरफ्तार किया गया था जो उच्च न्यायालय के आदेश पर फिलहाल जमानत पर है।
जानकारी के अनुसार जमानत पर छूटकर आते ही दोनों ने न केवल फिर अवैध शराब बेचना शुरू कर दिया था वरन् आसपास के ग्रामों के कोचियों को शराब पहुंचा बिकवाना भी शुरू कर दिया था। जानकारी के बाद भी आबकारी व थाना अमला द्वारा जाने-अनजाने कारणों से कार्यवाही न किए जाने की शिकायत क्षेत्रवासी किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा से की। इस पर श्री शर्मा ने गोटी के सरपंच गोपाल धीवर व सिवनी के सरपंच भेखलाल धु्रव व उपसरपंच पुरूषोत्तम धीवर तथा अन्य ग्राम प्रमुखों के साथ बीते 17 जनवरी को नवागांव-गोटी मार्ग पर घेराबंदी कर एक खंडहर में गोपाल सिंग को कार से 80 पाव शराब उतारते देख पकडऩे की कोशिश की।
शराब छोड़ भागने वाले इस आरोपी को बाद में गिरफ्तार किया गया जो अभी जेल में है तथा उच्च न्यायालय से भी इसकी जमानत याचिका खारिज होने की जानकारी मिली है। इधर होली त्यौहार के पूर्व एसपी डॉ. संजीव शुक्ला को मुनगेसर के भारतमाता वाहिनी के पदाधिकारियों सहित ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन सौंपने के बाद त्यौहार पर बरती गई पुलिसिया कार्यवाही फिर ढीला पडऩे की जानकारी देते हुए किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने कोचियों के फिर सिर उठाने की जानकारी देते हुए बतलाया कि सफल शराब भ_ी विरोधी आंदोलन कर चुके आरंग थाना के ग्राम भानसोज में तो होली त्यौहार भी कोचियों के नाम रहा।