लैंडफॉल से पहले तूफान की तबाही शुरू, तेज हवाओं के साथ बारिश, यातायात प्रभावित
अरब सागर में उठा बिपरजॉय तूफान आज गुजरात के कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराया;
कच्छ। अरब सागर में उठा बिपरजॉय तूफान आज गुजरात के कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराया। तूफान के बढ़ते प्रभाव के कारण द्वारका, जामनगर, भुज और राजकोट सहित तटीय जिलों में बारिश शुरू हो गई है। बुधवार दोपहर से सौराष्ट्र के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। सौराष्ट्र के कच्छ के 65 गांवों में बिजली कटौती हुई हैं।
कोई 12020 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जामनगर ग्रामीण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है। अब तक 47 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका हैं। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए तत्काल 597 टीमें तैयार की गई हैं।
साइक्लोन के खतरे के बीच बुधवार शाम कच्छ में 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके भी महसूस किए गए। गुजरात के खतरे वाले इलाकों में हमारे 18 रिपोर्टर तैनात हैं। हम पल-पल की खबर आप तक पहुंचा रहे हैं।
मौसम विभाग के गुरुवार सुबह 6:45 बजे के अपडेट के मुताबिक, रात 2:30 बजे तूफान गुजरात के जखौ पोर्ट से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 200 किमी दूर था।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के उप महानिरीक्षक (अभियान) मोहसिन शहीदी के मुताबिक पिछले 2 दिनों के अंदर गुजरात के तटीय इलाकों से 74 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
अनुमान है कि तूफान के चलते 8 जिलों के 442 निचले गांव बाढ़-बारिश से प्रभावित हो सकते हैं। अकेले कच्छ में करीब 34,300 लोगों को निकाला गया है। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469, गिर सोमनाथ जिले में 1,605, लोगों को शिफ्ट किया गया है।
बता दें, भूकंप कच्छ के भचाऊ से 5 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में आया। रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके शाम करीब 5.15 बजे महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र 23.291 के अक्षांश और 70.293 के देशांतर पर 18.5 किलोमीटर की गहराई में था। यह जानकारी गुजरात सरकार के भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने दी है।
ज्ञात हो कि पिछले महीने कच्छ में 4.2 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप भारत-पाकिस्तान सीमा के पास कच्छ के खावड़ा क्षेत्र में आया था।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा हुई है।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में सौराष्ट्र और कच्छ जिलों के 54 तालुकों में 10 मिमी से अधिक बारिश हुई है। देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर और जूनागढ़ जिलों में विशेष रूप से भारी बारिश देखी गई।
एसईओसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रभावित क्षेत्रों में देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिमी वर्षा दर्ज की गई, वहीं द्वारका में 92 मिमी और कल्याणपुर में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई।
भूकंप और भारी वर्षा ने कच्छ के निवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा दिया है, जो पहले से ही चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव की तैयारी कर रहे हैं।
अधिकारी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और प्रभावित आबादी की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं।