माकपा ने की स्वास्थ्य घोटाले की न्यायिक जांच की मांग

शिक्षा मंत्री के बयान को हास्यास्पद बताते हुए श्री पुण्डीर ने कहा कि यदि स्वास्थ्य में कोई घोटाला हुआ ही नहीं है तो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा क्यों दिया गया ।;

Update: 2020-06-16 15:55 GMT

शिमला। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा ) ने केंद्र तथा हिमाचल प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुये आज पार्टी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और स्वास्थ्य उपकरणों में कथित घोटालों की न्यायिक जांच की मांग की।

पार्टी की प्रदेश इकाई के सचिव सत्यवान पुण्डीर ने आज यहां कहा कि एक ओर तो कोरोना महामारी से पूरी अर्थव्यवस्था पटरी से उतरी हुई है और ऐसे हालात में स्वास्थ्य विभाग में बड़ें पदों पर बैठे उच्चाधिकारी मौके का लाभ उठाकर लूट मचा रहे हैं। यह सब बिना राजनीतिक संरक्षण के संभव नहीं हो सकता।

शिक्षा मंत्री के बयान को हास्यास्पद बताते हुए श्री पुण्डीर ने कहा कि यदि स्वास्थ्य में कोई घोटाला हुआ ही नहीं है तो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा क्यों दिया गया । उन्होंने सरकार से इस पूरे प्रकरण में पारदर्शिता बरतते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की । महामारी के महासंकट के दौर में देश की जनता के विशाल हिस्से से आजीविका के सारे साधन छिन गए हैं और लाकडाउन की वजह से देश में कम से कम 15 करोड़ अतिरिक्त लोग बेरोजगार हो गए हैं। यह संख्या देश के अन्दर पहले से बेरोजगारों की बड़ी संख्या में जुड़ गई है।

उन्होंने कहा कि भूखे प्रवासी मजदूरों के घरों की ओर सड़कों पर मार्च करने के मर्मभेदी तजुर्बों ने दिखा दिया है कि आज हमारी जनता का खासा बड़ा हिस्सा कितनी गहराई तक भूख झेल रहा है। इन कठिन परिस्थितियों में भी भारत सरकार न तो देश की जनता को उचित राहत दे पा रही है और ऐसे निर्णय लिए जा रहे हैं जो न तो दीर्घकाल में देश हित में हैं और न ही देश की आम जनता के पक्ष में है।

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