कांग्रेस तीन तलाक के पक्ष में ना थी और ना ही है: दिग्विजय सिंह

 कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस तीन तलाक के पक्ष में ना थी और ना ही है;

Update: 2018-08-11 11:23 GMT

भोपाल।  कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस तीन तलाक के पक्ष में ना थी और ना ही है।

दिग्विजय सिंह ने आज अपने ट्वीट में तीन तलाक से संबंधित विधेयक के संसद के शीतकालीन सत्र तक के लिए टलने का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते हुए कहा कि इस विषय पर भाजपा झूठ बोल रही है, पार्टी ने एक दिन पहले मंत्रिमंडल में फैसला लिया और अशासकीय सदस्यों के लिए आरक्षित आखिरी दिन विधेयक ले आये, यह सत्र की शुरुआत में क्यों नहीं लाया गया, इतना ही ज़रूरी था तो एक दिन और सत्र बढ़ाया जा सकता था, जिससे इस पर चर्चा हो जाती।

Triple तलाक़ के विषय पर भाजपा कितना झूँठ बोल रही है। ख़ुद ने एक दिन पहले मंत्री मंडल से फैंसला लिया और अशासकीय सदस्यों के लिए आरक्षित आख़री दिन बिल ले आये। सत्र के शुरूवाद में क्यों नहीं लाए? इतना ही ज़रूरी था तो एक दिन और सत्र बड़ा देते चर्चा हो जाती।

— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 11, 2018


 

उन्होंने लिखा है - कांग्रेस सामाजिक सुधार के हमेशा पक्ष में रही है, हम तीन तलाक़ के पक्ष में ना थे और ना हैं। -

कॉंग्रेस सामाजिक सुधार के हमेशा पक्ष में रही है। हम triple तलाक़ के पक्ष में ना थे ना हैं।

— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 11, 2018


 

तीन तलाक से संबंधित विधेयक पर राज्यसभा में सरकार और विपक्ष के बीच सहमति न बन पाने के कारण यह शीतकालीन सत्र तक के लिए टल गया है। सरकार इस विधेयक को संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन कल पारित कराना चाहती थी और इसके लिए उसने विधेयक में कुछ संशोधन भी किये थे लेकिन वह इस पर सहमति बनाने में विफल रही।

विधेयक राज्यसभा की कल की कार्य सूची में शामिल भी था, लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन में गैर-सरकारी कामकाज के दौरान सदस्यों को सूचित किया कि सहमति नहीं बन पाने के कारण विधेयक को चर्चा के लिए पेश नहीं किया जायेगा।

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