देश को खंडित करने के लिए होती है कांग्रेसी नेताओं की हत्या : रावत
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव एवं कार्यसमिति के सदस्य हरीश रावत ने शुक्रवार को कहा कि लोग जानते हैं कि जब तक कांग्रेस है तब तक भारत को खंडित नहीं किया जा सकता है, इसलिए हमारे नेताओं की हत्या की जाती है;
हल्द्वानी । कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं कार्यसमिति के सदस्य हरीश रावत ने शुक्रवार को कहा कि लोग जानते हैं कि जब तक कांग्रेस है तब तक भारत को खंडित नहीं किया जा सकता है और इसलिए हमारे नेताओं की हत्या की जाती है।
रावत ने यहां कांग्रेस सेवादल स्थापना दिवस(दल दिवस) के अवसर पर आयोजित एक गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक,उग्रवादी एवं हिंसक ताकतें कांग्रेस के खिलाफ षड़यंत्र रचती हैं और हमारे नेतृत्व पर प्रहार करती हैं क्योंकि वे जानती हैं कि यदि भारत को कमजोर करना है तो पहले कांग्रेस को कमजोर करना होगा।
उन्होंने कांग्रेस को देश की आत्मा बताते हुए कहा,“कांग्रेस सत्ता के लिए नहीं है,समाज के लिए है कांग्रेस कुर्सी के लिए नहीं है,देश के लिए है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद एवं नक्सलवाद के शिकार केवल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सहित अन्य कांग्रेसी नेता ही इसलिए हुए हैं क्योंकि इस धरती का अभिषेक कांग्रेस के रक्त से हुआ है।
उन्होंने कहा कि देश में बहुत सारे लोग राष्ट्रगीत वंदे मातरम के ठेकेदार बन गए हैं जो राष्ट्रगीत का उपयोग समाज को बांटने के लिए कर रहे हैं। वह गर्व से कह सकते हैं कि देश के राजनैतिक संगठनों में कांग्रेस और कांग्रेस सेवादल ही दो ऐसी संस्थाऐं हैं जिसके प्रत्येक कार्यक्रमों की शुरुआत राष्ट्रगीत वंदे मातरम से होती है और समापन राष्ट्रगान से होता है। साथ ही सेवादल ही एकमात्र ऐसा संगठन है जो ध्वजगीत भी गाता है।
रावत ने कहा कि वह यह कहते हुए गर्व का अनुभव करते हैं कि उनका छह साल से कुछ अधिक समय तक सेवादल से जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने का गौरव और फहराने के लिए प्रशिक्षण लेने का गौरव भी केवल सेवादल के रचनात्मक कार्यकर्ताओं को ही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) तिरंगे को फहराने के बजाय किसी अन्य ध्वज को फहराने का काम करता है।
उन्होंने सेवादल को एक रचनात्मक सेवा कार्य को लेकर चलने वाला संगठन बताया और प्रदेश सेवादल के मुख्य संगठक राजेश रस्तोगी से राज्य की बेटियों एवं बहनों को ध्वजगीत गायन के लिए प्रशिक्षित करने को कहा जिसके लिए उन्होंने अपनी एक माह की पेंशन देने की भी बात कही।
उन्होंने कहा कि सेवादल के स्थापना दिवस के अवसर पर वह यह संदेश देना चाहते हैं कि देश की एकता-अखंडता को कमजोर करने वाली एवं साम्प्रदायिक सौहार्द को नष्ट करने वाली इन ताकतों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे क्योंकि आज भी कांग्रेस के सिपाही गांव-गांव,गली-गली,घर-घर में जिंदा हैं।