छात्र संघ चुनाव में कूदे कांग्रेस-भाजपा की राजनीति के दिग्गज
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अब राजनीति के धुरंधर भी कूद पड़े हैं कांग्रेस, भाजपा और वामदल सभी के बड़े बड़े नेताओं ने परदे के पीछे से मोर्चा संभाल लिया है;
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अब राजनीति के धुरंधर भी कूद पड़े हैं कांग्रेस, भाजपा और वामदल सभी के बड़े बड़े नेताओं ने परदे के पीछे से मोर्चा संभाल लिया है तो कई नेताओं ने खुलेआम प्रचार भी शुरू कर दिया है।
इस बाबत प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व खुद डूसू अध्यक्ष रहे अजय माकन ने युवा नेताओं के साथ साथ अनुभवी नेताओं की टीम को उतार दिया है। कांग्रेस के नेता अलग-अलग इलाकों में छात्रों से संपर्क, बैठकों में प्रचार कर रहे हैं। इन नेताओं की टोलियों को जिला, विधानसभावार सक्रिय किया गया है। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद मनोज तिवारी ने आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय में एबीवीपी को समर्थन के लिए बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की विजय को सुनिश्चित करने के लिए यह बताना जरूरी है कि यह संगठन एवं इसके प्रत्याशी अपनी विचारधारा की वजह से एक अच्छी शिक्षा व्यवस्था और दिल्ली विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को बेहतर माहौल देने में सक्षम है।
भाजपा के ओबीसी मोर्चा की इस बैठक की अध्यक्षता, मोर्चा अध्यक्ष एवं पूर्व छात्र नेता गौरव खारी ने की जबकि संगठन महामंत्री सिद्धार्थन सहित कई पूर्व छात्र नेता एवं बड़ी संख्या में छात्र एवं युवा कार्यकर्ता मौजूद थे। तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने कई ऐसे नेता देश को दिए हैं जो देश की दिशा और दशा तय कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों का नवनिर्मित भारत और उसकी कल्पना युवाओं पर टिकी हुई है। उन्होंने उपस्थित युवा कार्यकर्ताओं एवं छात्रों का आह्वान किया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एक विचारधारा का नाम है और यह वह विचारधारा है, जो राष्ट्र के करोड़ों युवाओं की नसों में राष्ट्रवाद की शक्ति का संचार करती है।
राजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह, स्वामी विवेकानंद, चंद्रशेखर आजाद ऐसे अनेकों नाम हैं जो भारत के गौरवशाली इतिहास में हमारे युवाओं की अमूल्य धरोहर है। इस अवसर पर पूर्व छात्र नेता प्रिया डबास मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. यूके चौधरी, अरूण खटाना, संदीप सहरावत, सुरेन्द्र रावत सहित कई छात्र नेता उपस्थित थे।