विभिन्न मुद्दों को लेकर समिति प्रबंधकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु
नियमितीकरण व समयमान वेतनमान दिये जाने की मांग को लेकर 10 अप्रैल से प्राथमिक लघुवनोपज सहकारी समिति के प्रबंधको द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ किया गया है...;
अम्बिकापुर। नियमितीकरण व समयमान वेतनमान दिये जाने की मांग को लेकर 10 अप्रैल से प्राथमिक लघुवनोपज सहकारी समिति के प्रबंधको द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ किया गया है। मुख्य वन संरक्षक कार्यालय के सामने धरने पर बैठे पहले दिन समिति के प्रबंधकों के आंदोलन का सरगुजा के लगभग 3 सौ फड़ मुंशियों ने भी समर्थन किया। छत्तीसगढ़ राज्य प्राथमिक लघु वेतन वनोपज समिति प्रबंधक संघ के बैनर तले आयोजित अनिश्चितकालीन धरना को संबोधित करते हुये वरिष्ठ अधिवक्ता जेपी श्रीवास्तव व संघ के अध्यक्ष राजू सोनी ने कहा कि वन विभाग के अंतर्गत कई शासकीय योजनाओं को धरातल पर साकार करते आ रहे लघुवनोपज समिति प्रबंधको का केवल शोषण हो रहा है।
कई समिति प्रबंधक पिछले 29 वर्ष से लघु वेतन पर सेवा देते आ रहे हैं। मगर उन्हें न तो नियमितीकरण का लाभ दिया गया और न ही समयमान वेतनमान का लाभ लिया गया। श्री सोनी ने कहा कि वर्ष 2013 में चुनावी सभा को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो समिति प्रबंधको को नियमित किया जायेगा। मगर इस घोषणा को हुये चार वर्ष गुजर गये लेकिन अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है।
उन्होंने कहा कि सरकार के वादा खिलाफी के विरोध में समिति प्रबंधको ने हड़ताल शुरू किया था, जिससे वन मंत्री ने आश्वासन दिया था कि उन्हें अब नियमित वेतनमान दिया जायेगा। इस आश्वासन पर समिति प्रबंधको ने हड़ताल स्थगित किया था। वर्तमान में मुख्यमंत्री ने 2500 रूपये का वेतन वृद्धि की घोषणा कर असंतुष्ट समिति प्रबंधको केा लॉलीपॉप पकड़ाने का प्रयास किया है।
मगर हमें ढ़ाई हजार रूपये का वेतन वृद्धि नहीं, बल्कि समयमान वेतनमान व नियमितीकरण चाहिये। संघ के अध्यक्ष राजू सोनी ने कहा कि जब तक उनकी एक सूत्रीय मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।