भाजपा तथा कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर

पंजाब की होशियारपुर लोकसभा सीट पर परंपरागत कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों के बीच कड़ा मुकाबला है;

Update: 2019-05-07 17:57 GMT

चंडीगढ़। पंजाब की होशियारपुर (सु0) लोकसभा सीट पर परंपरागत कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों के बीच कड़ा मुकाबला है। 
पिछली बार यह सीट भाजपा के विजय सांपला ने कांग्रेस के पूर्व सांसद मोहिंदर केपी को हराकर छीनी थी । इस बार भाजपा को इस सीट को बरकरार रखने की चिंता सता रही है । 2004 के लोकसभा चुनाव से 2014 तक के चुनाव में इस सीट पर एक बार कांग्रेस तथा अगली बार भाजपा जीतती रही है । राज्य में मतदान 19 मई को होगा तथा यह तो 23 मई को पता चलेगा कि यहां से किसकी जीत होगी । 
कांग्रेस के विधायक डा0 राजकुमार चब्बेवाल का मुकाबला भाजपा विधायक सोम प्रकाश से है । चुनाव मैदान में आम आदमी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी भी उपस्थिति दर्ज कर रही है। इस सीट पर पड़ते नौ विधानसभा होशियारपुर ,शाम चौरासी ,दसूआ , मुकेरियां , उडमूड, श्री हरगोबिंदपुर ,फगवाडा और भोलत्थ और चब्बेवाल हलकों में से एक भोलत्थ पर आप पार्टी तथा एक पर भाजपा और शेष सात पर कांग्रेस का कब्जा है । 

पिछले चुनाव में देश में मोदी लहर थी लेकिन पंजाब में इसका असर कहीं दिखाई नहीं दिया । इस बार आम आदमी पार्टी भी दो फाड़ होने के बाद कमजोर पड़ गयी।

पिछले सप्ताह में दो विधायकों के कांग्रेस में चले से लोगों में आप के प्रति भरोसा खत्म होता जा रहा है जिसका असर चुनाव में दिखाई देगा। आप से अलग होकर पंजाब एकता पार्टी बनाने वाले सुखपाल खेहरा बसपा ,वाम दल सहित छह पार्टियों का पंजाब डेमोक्रेटिक अलाइंस के तले चुनाव लड़ रही हैं । 

भाजपा विधायक सोम प्रकाश अपने सहयोगी अकाली दल के कार्यकर्ताओं के साथ सभी नौ हलकों में लोगों से संपर्क करने में जुटे हैं । जबकि कांग्रेस के सात विधायक अपने अपने हलकों में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित मान कर चल रहे हैं।

भाजपा तथा कांग्रेस को इस सीट पर भी अपनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है । दो बड़े नेता एवं पूर्व मंत्री कांग्रेस की संतोष चौधरी तथा भाजपा के मंत्री विजय सांपला को टिकट नहीं मिलने के कारण वे पार्टी से नाराज बताये जाते हैं ,इसीलिये वे अपने -अपने पार्टी प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार से नदारद हैं । 
सांपला अपने श्री सोम प्रकाश के प्रचार में तो दिखाई नहीं पड़ रहे लेकिन उन्हें गुरदासपुर लोकसभा सीट पर पार्टी प्रत्याशी सनी देओल के नामांकन भरने के दिन आयोजित रैली में देखा गया।

सांपला का कहना है कि उन्होंने पिछले पांच साल में अच्छा काम किया और टिकट काटने से पहले आलाकमान ने उनसे पूछा तक नहीं। यही कारण है कि वो पार्टी प्रत्याशी को चुनाव प्रचार में मदद नहीं कर रहे तथा उनके समर्थकों ने हाथ खींच लिये हैं। सांपला श्री सोम प्रकाश के रवैये से भी नाखुश बताये जाते हैं । उनका आरोप है कि श्री सोम प्रकाश के निर्देश पर उनके करीब तीस समर्थकों पर झूठा मामला दर्ज कराया । 

कांग्रेस प्रत्याशी डा0 राजकुमार चब्बेवाल को पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान तथा पंजाब महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष रानी सोढी के बीच तकरार का खामियाजा झेलना पड़ रहा है। हालांकि डा0 चब्बेवाल दोनों नेताओं को मनाने में सफल तो रहे और दोनों को अपने साथ मंच पर भी ले आये लेकिन समर्थकों में उत्साह कम देखा जा रहा है। पूर्व मंत्री संतोष चौधरी को मना तो लिया है लेकिन टिकट कटने से उनकी नाराजगी छिपायी नहीं छिपती । 

आप पार्टी के रवजोत सिंह तथा बसपा के खुशीराम कांग्रेस तथा भाजपा प्रत्याशी की वोट काटने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं । उनका क्षेत्र में कोई प्रभाव नहीं है । ये अन्य निर्दलीयों के साथ उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।

इस बार भी जनता से जुड़े मुद्दे गायब हैं। प्रचार के शुरू में तो जनता के मुद्दे कानों में सुनायी पड़ रहे थे लेकिन कांग्रेस तथा भाजपा के आरोप -प्रत्यारोप की आंधी में गुम हो गये हैं । पंजाब में किसानों का गेहूं मंडियों में पड़ा है तथा किसान की परेशानी की किसी को कोई फिक्र नहीं।

Full View

Tags:    

Similar News