तालाब पाटने के विरोध में उतरे नागरिक

सरकंडा क्षेत्र के ऐतिहासिक नाग-नागिन तालाब को पाटने की कथित साजिश के विरोध में खमतराई क्षेत्र के नागरिक आज सड़क पर उतर गए....;

Update: 2017-04-20 11:17 GMT

बिलासपुर।  सरकंडा क्षेत्र के ऐतिहासिक नाग-नागिन तालाब को पाटने की कथित साजिश के विरोध में खमतराई क्षेत्र के नागरिक आज सड़क पर उतर गए। भारी संख्या में लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से तालाब को बचाने की गुहार लगाई।

बहतराई स्थित बरसों पुराने नाग-नागिन तालाब को पाटने की साजिश के खिलाफ लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इस धरोहर को बचाने के लिए आज ग्रामीण ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्टर से उक्त तालाब को पाटने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

गौरतलब है कि बहतराई स्थित नाग-नागिन तालाब का निर्माण कई वर्ष पूर्व कराया गया था ताकि इसका उपयोग रहवासी एवं वन्य जीव कर सके क्योंकि उस वक्त यह पूरा क्षेत्र घने जंगल से घिरा हुआ था साथ ही यह तालाब धरोहर के साथ-साथ आस्था का केन्द्र है। अब इस तालाब को साजिश के तहत निर्मित तालाब को सुखा देने एवं  तालाब को पाटने की तैयारी हो चुकी है। आसपास के हिस्से में नजारा दिखने लगा है। इस मामले में प्रशासन उदासीन है जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। साथ ही तालाब के दस्तावेज की जांच के साथ-साथ पूरी जानकारी को सार्वजनिक करने की आवाज बुलंद हो रही है।

आज इस कड़ी में वहां रहनेवाले ग्रामीणों की भीड़ पहुंची। नए नियम के मुताबिक कुछ चुनिंदा प्रतिनिधियों के साथ प्रार्थी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। यहां पर पहले कलेक्टर ग्रामीणों को नहीं मिले लेकिन कुछ समय के बाद कलेक्टर पहुंचे इसके बाद तत्काल प्रतिनिधि मंडल मिलने के लिए कलेक्टर के पास पहुंचा। इनकी मांग थी कि तालाब को पाटने की साजिश को नाकाम करते हुए तत्काल रोक लगे आज ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से प्रकाश सिंह, यश गौरहा, रामेश साहू, माधोसिंह, यशोदा यादव, मनोज कुमार साहू, मारखंडे साहू, पिंकी, सीमा, अर्जुन, ईश्वर, सरोज गुप्ता, ज्योति समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण पुरुष महिलाएं उपस्थित थे।

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