खेत के मेड़ पार कर स्कूल जाने बच्चे मजबूर
वनांचल से लगा हुआ ग्राम अमलीडीपा प्रकृति का एक अद्भुत गांव हैं जिसके ठीक सामने एक अद्भुत पहाड है जिसके ऊपर एक तालाब है जो कभी नहीं सुखता;
सारंगढ़। वनांचल से लगा हुआ ग्राम अमलीडीपा प्रकृति का एक अद्भुत गांव हैं जिसके ठीक सामने एक अद्भुत पहाड है जिसके ऊपर एक तालाब है जो कभी नहीं सुखता परन्तु आज इक्कसवीं सदी में जहां सत्तासीन लोग विकास के बड़े बड़े ढोल पीट रहे हैं इसके विपरीत उक्त गांव में शिक्षाएस्वास्थ्य और पेयजल की अव्यवस्था आज भी बाबा आदम के जमाने की याद दिला रहा है। यहां के प्राथमिक विद्यालय में आज भी बच्चे चार खेत का मेड पार करके जाते हैं जिसमें की बरसात में पानी भर जाता है।
इस अव्यवस्था को दूर करने सडक बनाने ग्राम वासियों ने ग्राम पंचायत के सरपंच तथा अन्य सम्बंधित अधिकारियों को कई बार अवगत कराया परन्तु आज लगभग 25 वर्ष के बाद भी उक्त विद्यालय का उक्त पहुंच मार्ग अब तक नहीं बन पाया है जो की विकास की बड़ी बड़ी बातें करने वाले जनप्रतिनिधियों के लिए शर्मनाक है तथा जहां पंचायत भवन में डिजीटल इण्डिया का बडा बोर्ड लगा है वहीं बच्चे खेत के मेड मे भरे पानी को पार करके स्कूल जा रहे हैं तथा यह विद्यालय काफी पुराना होने के कारण जर्जर भी हो चुका है जिसके प्लास्टर भी ऊखड़ रहे हैं। उक्त ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य केन्द्र भी नहीं है जिससे चिकित्सा सुविधाओं का भी अभाव है तथा पेयजल की भी व्यवस्था कई जगहों पर सही नहीं कही जा सकती है।
उक्त समस्त अव्यवस्थाओं के लिए जनपद, शिक्षा विभाग के जवाबदार अधिकारी एवं सरपंच जैसे जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता ही काफी हद तक जवाबदार कही जा सकती है तथा इसके सम्बंध में ग्रामवासियों में काफी आक्रोश भी देखा गया है जो की कभी भी आंदोलन का रूप भी ले सकता है।
कार्रवाई नहीं
भुवनेश्वर राणा उपसरपंच पति- कई बार मौखिक एवं लिखित शिकायत सीईओ, बीईओ को दिया गया है की शीघ्र उक्त विद्यालय को एवं पहुंच मार्ग को बनवाएं परन्तु अब तक कोई सुनवायी नहीं हो रही है।
सुनवाई नहीं
लोचन मनहर पूर्व सरपंच- मैंने भी कई बार जनपद एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मौखिक एवं लिखित में अमलीडीपा प्राथमिक विद्यालय एवं उसके पहुंच मार्ग को बनाने का निवेदन किया था परन्तु कोई सुनवायी नहीं हुयी।
उच्चाधिकारियों को जानकारी
गिरधर वैष्णव- मैंने भी कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को उक्त विद्यालय की अव्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया परन्तु अब तक कोई सुनवायी नहीं हुयी है।
कोई व्यवस्था नहीं
कष्णचन्द्र बरिहा- मैंने एवं अन्य ग्रामवासियों ने स्कूल एवं स्वास्थ्य केन्द्र के बारे में समुचित व्यवस्था करने को सरपंच से कहा परन्तु ग्रामवासियों द्वारा जगह उपलब्ध कराने के बाद भी अभी तक कोई व्यवस्था नहीं हुयी है।
कार्य शुरु नहीं
दरस राठिया- स्कूल के रास्ते एवं स्वास्थ्य केन्द्र के लिए ग्रामवासियों द्वारा जगह काफी समय पहले ही उपलब्ध करा दिया गया है परन्तु अभी तक कुछ कार्य शुरू नहीं हुआ है।