सिब्बल: ये स्टूडेंट्स हैं। वो स्टूडेंट्स जिन्होंने... ... उमर खालिद पर सुप्रीम कोर्ट में बड़ी सुनवाई, जानें दलीलें

सिब्बल: ये स्टूडेंट्स हैं। वो स्टूडेंट्स जिन्होंने कुछ मुद्दों पर सही या गलत तरीके से आंदोलन किया। अपनी जवानी के दिनों में हम भी आंदोलन करते थे। अगर हम विरोध करते हैं तो हमें जेल में डालने का कोई फायदा नहीं है। मुझ पर केस चलाओ, मुझे दोषी ठहराओ और जेल भेज दो। लेकिन आप मुझे जेल में नहीं रख सकते। जैसे कि मुझे विरोध के लिए सज़ा दे रहे हों। यह हमारे देश का कानून नहीं हो सकता। मुझे जेल में रखकर प्रॉसिक्यूशन का क्या फायदा होगा? कई मामलों में ट्रायल कोर्ट ने पाया है कि उन्होंने झूठे सबूत दिए। अगर ऐसा ही है तो ऑर्गनाइज़ेशन की क्या क्रेडिबिलिटी है?

Update: 2025-12-02 09:46 GMT

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