बिना अनुमति धड़ल्ले से चल रहा बोर खनन
इन दिनो सक्ती सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन 10 से 15 बोर का खनन का कार्य लगातार जारी हैं...;
एसडीएम ने संज्ञान में लेकर की कार्रवाई
जांजगीर। इन दिनो सक्ती सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन 10 से 15 बोर का खनन का कार्य लगातार जारी हैं, परन्तु बोर खनन करने के लिए न तो बोरवेल्स मालिक के द्वारा न ही बोर खुदवाने वाले मालिक के द्वारा किसी भी प्रकार की शासन से अनुमति नही ली जाती, जबकि वर्ष 2014-15 से जांजगीर जिला सहित सक्ती क्षेत्र में बोर खनन पर शासन के द्वारा प्रतिबंध लगाया हैं,परन्तु बिना अनुमति के शासन के आदेश को अनदेखा कर लगातार अवैध बोर खनन का कार्य सक्ती, मालखरौदा, डभरा, जैजैपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा हैं। कुछ समय के लिए पूर्व में आई.एस. अनुविभागीय अधिकारी कार्तिकेय गोयल के द्वारा अवैध बोर खनन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की गई थी, परन्तु इनके सक्ती से जाते ही एक भी प्रकरण बोर खनन को सक्ती प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा नहीं बनाया गया था।
वर्तमान में नवपदस्थ एसडीओ इन्द्रजीत बर्मन के द्वारा पदभार संभालते ही दो बड़ी कार्यवाही की गई है, जिससे क्षेत्र में अवैध कार्य करने वाले लोगों में दहशत सी बन गई हैं। पूर्व में श्री बर्मन द्वारा मालखरौदा विकासखण्ड के ग्राम सतगढ़ में अवैध रूप से निर्मित 5 लाख ईंटों की जप्ती की गई थी, वहीं 9 मई की रात्रि सक्ती नगर के हेमारोड़ में राष्ट्रीय राजमार्ग के करीब परमेश्वरी स्कूल के सामने अवैध रूप से बोर खनन कराया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर श्री बर्मन द्वारा अपने अधीनस्थ नायब तहसीलदार सुश्री नेत्रविभा सिदार एवं एसआई राजकुमार लहरे, पटवारी केपी साहू आदि को भेजकर स्थल पर जाकर कार्यवाही करने की बात कही।
अपने अधिकारी के निर्देश पर स्थल पर पहुँचे नायब तहसीलदार एवं पुलिस द्वारा बोर खनन करने एवं कराने वाले से अनुमति पत्र की जानकारी चाही तब वे किसी भी प्रकार के अनुमति देने में असमर्थ रहे, जिस पर कार्यवाही करते हुए बोर मशीन वाहन क्र. टी.एन. 28 एसी 4335 को जप्त कर थाना परिसर में लाकर खड़ा कर उच्चाधिकारियों को अग्रीम कार्यवाही के लिए प्रकरण प्रेषित किया गया।
ज्ञात हो कि ग्रीष्म मौसम के प्रारंभ होते ही स्थानीय लोगों द्वारा अन्य राज्यों से बोर मशीन किराये पर लाकर नगर सहित क्षेत्र में बोर खनन का कार्य किया जाता हैं जिसके एवज में उन्हें लम्बी राशि का लाभ होता हैं। इस कार्यवाही के बाद क्षेत्र में अवैध ईंट संचालन एवं अवैध बोर खनन सहित अवैध उत्खनन करने वाले लोगों में हडकंप सी मच गई हैं।