भाजपा भी चाहती है अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो:  मनीष शुक्ला

भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने मंदिर निर्माण को लोगों की आस्था से जुड़ा मामला बताते हुये कहा कि पार्टी भी चाहती है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो;

Update: 2018-10-27 15:13 GMT

मथुरा। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने मंदिर निर्माण को लोगों की आस्था से जुड़ा मामला बताते हुये कहा कि पार्टी भी चाहती है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। 

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि राम मंदिर का निर्माण आस्था का प्रश्न है। भाजपा भी चाहती है कि राम मंदिर का निर्माण हो और मंदिर बनकर रहेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर भाजपा ही बनवाएगी और पार्टी अपने पालमपुर अधिवेशन में लिए गए निर्णय पर कायम है।

उन्होंने कहा कि यह केन्द्र की भाजपा सरकार का ही प्रयास है कि राम मंदिर मुद्दे पर 29 अक्टूबर से उच्चतम न्यायालय में दिन प्रतिदिन की सुनवाई संभव हो सकी है। उन्होंने उन आरोपों को सिरे से खारिज दिया जिसमें कहा गया है भाजपा को राम मंदिर की याद केवल चुनाव के समय ही याद आती है और उसे महंगाई आदि से कुछ लेना देना नही है। 

शुक्ला ने कहा कि जहां तक राम मंदिर का सवाल है पार्टी इसके लिए प्रतिबद्ध है। यह आरोप सही नही है क्योंकि देश की निर्वाचन व्यवस्था में समय समय पर नगर पंचायत से लेकर नगरपालिका, विधान परिषद, विधानसभा आदि के चुनाव होते ही रहते हैं। पार्टी चुनाव के कारण राम मंदिर के बारे में बोलना बंद नही कर देगी। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि आजादी के बाद भाजपा ने ही गांव, गरीब, किसान, नौजवान आदि के बारे में कुछ किया है।

गरीब को छत देना, उसका पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज, उसे एलपीजी कनेक्शन देना, लघु और सीमान्त किसानों का कर्ज माफ करना, किसान को उसकी फसल की लागत का डेढ गुना मूल्य देना, गेहूं और धान की बम्पर खरीद, किसान को समय पर खाद उपलब्ध कराना, एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से युवकों को रोजगार के अवसर मुहैया कराना, अधिकतम सड़कों का निर्माण, शौचालय योजना आदि ऐसे कार्य हैं जिनसे सीधे गरीब, किसान, नौजवान, गृहणियां लाभान्वित हुई हैं।

उन्होंने बताया कि सौभाग्य योजना में तो प्रदेश सरकार के 19 माह के कार्यकाल में 72 लाख से अधिक बिजली के कनेक्शन दिए गए है जो देश में रेकार्ड इसलिए हैक। योगी सरकार द्वारा 2017-18 में 35,500 करोड के गन्ने की खरीद और 27,500 करोड़ का भुगतान किया।

अखिलेश सरकार द्वारा 2015-16 में 18 हजार करोड़ के गन्ने की खरीद ही की गई थी। उन्होने कहा कि भाजपा केन्द्र और राज्य सरकार के सफलता भरे रिपोर्ट कार्ड को जनता के सामने पेश करके ही 2019 का चुनाव लड़ेगी।

शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के कार्यकाल 1992 में निहत्थे कार सेवकों पर गोलियां चलवाई थीं। अखिलेश के मुख्यमंत्रित्वकाल में भ्रष्टाचार का यह आलम था कि उच्च न्यायालय के आदेश से लोक सेवा आयोग समेत प्रदेश के पांच कमीशनों के अध्यक्ष हटाए गए। वे न सरकार चला पाए और न ही अपनी पार्टी चला पाए। उनके दल का ही बिखराव हो रहा है।

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