बीजेपी लालू के परिवार को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने में पूरी ताकत से जुटी
बीजेपी बहुत बड़े पैमाने पर लालू प्रसाद यादव के परिवार को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने के अभियान में पूरी ताकत से जुट गयी है।;
नई दिल्ली, 5 जुलाई। बीजेपी बहुत बड़े पैमाने पर लालू प्रसाद यादव के परिवार को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने के अभियान में पूरी ताकत से जुट गयी है। बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने आज यहाँ एक पत्रकार सम्मेलन में आरोप लगाया कि पिछले 12 वर्षों में लालू यादव के परिवार ने 125 संपत्तियां इकठ्ठा कर ली हैं।
उन्होंने कहा कि लालू यादव के परिवार के जो नए घोटाले सामने आये हैं, वे उनके चारा घोटाले वाले मामले से भी बड़े हैं और भ्रष्टाचार के इन मामलों में सज़ा दिया जाना ज्यादा आसान होगा।
सुशील मोदी ने बताया कि लालू यादव ने बिहार के दो मंत्रियों को केंद्र सरकार के मंत्रियों के पास इस निवेदन के साथ भेजा था कि प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की जो जांच चल रही है उसको न करें। लेकिन मंत्रियों ने उनकी सहायता नहीं की।
उन्होंने बताया कि कई फ़र्ज़ी कंपनियों के ज़रिये लालू यादव के परिवार ने पटना, कलकत्ता, दिल्ली, औरंगाबाद और गुरुग्राम में बहुत सारी ज़मीन और अन्य संपत्ति अर्जित कर ली है।
श्री मोदी ने पटना में बन रहे बिहार के सबसे बड़े मॉल का उल्लेख किया और बताया कि उसमें बारह मंजिलें हैं और उसका मूल्य सैकड़ों करोड़ से भी ज्यादा है।
सुशील मोदी ने कुछ नाम भी गिनाये जो राजद प्रमुख के परिवार की संपत्ति इकठ्ठा करने के काम में बहुत मददगार रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रेम चन्द्र गुप्ता, अशोक बंठिया, ओम प्रकाश कात्याल, विवेक नागपाल, सरावगी, रघुनाथ झा, कांति सिंह, अब्दुल बारी सिद्दिकी आदि ने मिलकर लालू यादव के परिवार की संपन्नता में योगदान किया। इस प्रकार से लालू यादव राबर्ट वाड्रा की तरह हो गए हैं जिनकी सम्पत्ति के निर्माण में कांग्रेस पार्टी के बहुत लोग शामिल हो गए थे।
पूरी प्रेस वार्ता में सुशील मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर किसी तरह के हमले से बचते रहे। केवल यह कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के लिए जीरो टालरेंस की बात करते हैं लेकिन अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के भ्रष्टाचार के मामलों में चुप हैं। उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते रहे थे कि यदि केंद्र सरकार के पास कोई सबूत है तो कार्रवाई करे। अब जब कार्रवाई शुरू हो गयी है तो कहते हैं कि बदले की भावना से काम हो रहा है।