बीजेपी समाज को बांटने का काम कर रही है: अखिलेश यादव

लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन द्वारा पहली संयुक्त रैली आयोजित की गई।;

Update: 2019-04-07 18:35 GMT

सहारनपुर । लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन द्वारा पहली संयुक्त रैली आयोजित की गई। इसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ,समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने भाग लिया।

रैली में बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी को देश की कोई भी चिंता नहीं है। वह तो अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ब्रांडिंग में लगे हैं।

उन्होंने कहा, "अब उनको गठबंधन से डर लग रहा है। यह तो तय है कि अब उत्तर प्रदेश से भाजपा जा रही है और गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ आ रहा है।"

मायावती ने कहा, "मोदी सिर्फ गरीबों का साथ देने का नाटक कर रहे हैं। उनका पूरा ध्यान तो धन्ना सेठों को और ज्यादा अमीर बनाने का है। भाजपा इस बार सत्ता से जरूर बाहर होगी। इन्हें इनकी चौकीदारी की नाटकबाजी भी नहीं बचा पाएगी, चाहे चुनाव में इनके छोटे-बड़े चौकीदार कितनी ही ताकत क्यों ना लगा लें।"

माायावती ने कहा, "ये (भाजपा) चुनाव घोषित होने वाले दिन तक हवा हवाई घोषणाओं में जुटे रहे, इन्होंने इसे पुलवामा हमले तक भी इसे जारी रखा है। पुलवामा हमले के दिन भी कई कार्यक्रम हुए, पुलवामा घटना ने इनकी देशभक्ति का भी पदार्फाश किया।"

उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ नहीं हुई तो महागठबंधन की जीत होगी। भाजपा के राज में आरक्षण व्यवस्था कमजोर हुई।

अखिलेश यादव ने रैली में कहा, "ये टीवी पर पैर धो रहे थे और दूसरी तरफ नौकरियां धो डालीं। हमारे व्यापारी भाई इस सरकार में केवल लंच और मंच के लिए रह गए हैं, उनकी तरक्की नहीं हुई। ये किसानों की धरती है। यहां के लोग गन्ना पैदाकर पूरे देश को मिठास देने का काम कर रहे हैं।"

अखिलेश ने कहा, "हम चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे। हमारे गठबंधन को मिलावट का गठबंधन कहते हैं। ये 'सराब' बताने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। ये मिलावट का गठबंधन नहीं है, यह परिवर्तन का गठबंधन हैं। ये नई सरकार का गठबंधन है।"

उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा, "कांग्रेस का भी यही हाल है, दोनों की नीतियां एक हैं। ये महागठबंधन तो देश में बदलाव लाने के लिए है। सोचना आपको है।"

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