गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 11 महिलाअाें काे मैदान में उतारा
महिलाओं को समान अधिकार देने और उन्हें लोकतांत्रिक संस्थाओं में पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने की बात करने वाली भाजपा ने जीत की प्रबल संभावना नहीं होने के कारण गुजरात विधानसभा चुनाव में महिलाओं के टिकटकाटे;
अहमदाबाद। महिलाओं को समान अधिकार देने और उन्हें लोकतांत्रिक संस्थाओं में पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने जीत की प्रबल संभावना नहीं होने के कारण गुजरात विधानसभा चुनाव में महिलाओं के टिकट काट दिये हैं ।
पार्टी ने 2012 के विधानसभा चुनाव में 19 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया था जिनमें से 12 चुनाव जीत गयी थीं। इस बार उसने केवल 11 महिलाअाें काे ही चुनाव मैदान में उतारा है। चार महिला विधायक फिर से टिकट पाने में सफल रही हैं। पिछले चुनाव में विजयी पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल और उनकी एक संबंधी निर्मला बेन को इसबार टिकट से वंचित कर दिया गया है। राज्य में नौ और 14 दिसम्बर काे दो चरणों में चुनाव होने हैं।
राजनीतिक दृष्टि से दूरगामी प्रभाव वाले इस चुनाव में भाजपा की मनीषा बेन वकील (बडोदड़ा शहर) (सु) , नीमाबेन आचार्य (भुज) , संगीताबेन पाटिल (लिम्बायत) और विभावरी बेन दवे (भावनगर पूर्व ) से इस बार भी उम्मीदवार बनने में कामयाब रही हैं। पिछले चुनाव में वकील ने एक लाख से अधिक मत लेकर कांग्रेस की जयश्रीबेन सोलंकी को 50 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के अनिलभाई परमार से है।
आचार्य भुज से फिर से चुनाव मैदान में हैं और उनका इस बार मुकाबला कांग्रेस के चाकी आदमभाई से हो रहा है। पिछले चुनाव मेंआचार्य ने कांग्रेस के अमीर अली को लगभग नौ हजार मतोंं से हराया था।
पाटिल ने पिछले चुनाव में लिम्बायत में कांग्रेस के सुरेश मोहन सोनवने को लगभग 30 हजार से अधिक मतों से हराया था। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के रविन्द्र पाटिल से हो रहा है। यहां आम आदमी पार्टी ने राजू रासा को प्रत्याशी बनाया है।
दवे ने पिछले चुनाव में भावनगर पूर्व विधानसभा क्षेत्र 85 हजार से अधिक मत लाकर कांग्रेस के राजेशभाई जोशी को पराजित किया था। वह लगभग 40 हजार मतों के अंतर से निर्वाचित हुयी थी। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस की नीतबेन राठौर से हो रहा है। यहां कुल चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।