राशन दुकानें कैशलेस, गरीबों की मुसीबत

बिलासपुर ! गरीब परिवारों को राशन दुकानों में अनाज अब नगदी में नहीं मिलेगा शासन राशन दुकान को कैशलेस करने जा रही है।;

Update: 2017-02-25 05:14 GMT

शासन के आदेश के बाद दुकान संचालक लगाएंगे स्वाइप मशीन
बिलासपुर !   गरीब परिवारों को राशन दुकानों में अनाज अब नगदी में नहीं मिलेगा शासन राशन दुकान को कैशलेस करने जा रही है। राशन दुकान संचालकों से स्वाइप मशीन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। कुछ महीने में जिले के राशन दुकानों में राशि जमा की जाएगी। बैंक एकांउट मगर गरीब परिवार जो हर रोज कमाते-खाते हैं उनके बैंक खातों में पर्याप्त राशि नहीं होने पर परेशानी हो सकती है। राशन दुकान संचालक भी भुगतान कैशलेस से परेशान हो सकते हैं। क्योंकि कैशलेस होने के कारण उपभोक्ताओं से उनका विवाद भी हो सकता है। शासन ने राशन दुकान में नगदी भुगतान बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। राशन दुकान कैशलेस होने से खाद्य विभाग की परेशानी भी और बढ़ सकती है। गरीबों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। गरीब हितग्राही कैशलेस के कारण अनाज खरीदी को लेकर परेशान हो  सकते हैं। खाद्य विभाग ने सभी राशन दुकान संचालकों कैशलेस प्रक्रिया की टे्रनिंग शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन द्वारा सरकारी राशन दुकानों को कैशलेस करने का कार्य अंतिम चरण में है। राशन दुकानों से अनाज की खरीदी के लिए अब भुगतान नगद नहीं किया जा सकेगा। सरकारी अनाज की खरीदी बैंक एटीएम कार्ड के द्वारा की जाएगी। जिस हितग्राही के पास एटीएम कार्ड नहीं होगा उसे राशन नहीं मिल पाएगा। क्योंकि नगदी में अनाज की खरीदी नही हो सकती है। शासन द्वारा राशन की खरीदी केवल बैंक खाता द्वारा होगी।  शासन ने जिले के खाद्य विभाग को आदेश दिया है कि राशन दुकानों को कैशलेस करने दुकान के संचालकों से स्वाइप मशीन के लिए आवेदन लिए जाएं। एक अप्रैल से सभी राशन दुकानें कैशलेस हो जाने का अनुमान है। खाद्य विभाग राशन दुकान संचालकों को स्वाइप मशीन चलाने की ट्रेनिंग दे रहा है।  कैशलेस सिस्टम हो जाएगा तो राशन के भुगतान को लेकर काफी विवाद होने की संभावना है। गरीब हितग्राही को अब बंैक से कार्ड जारी करवाना पड़ेगा। इसके लिए बैंक के चक्कर लगाने पड़ेंगे। कर्मचारी अपने उपभोक्ता को सही जानकारी नहीं देते जब तक गरीब हितग्राही का कार्ड नहीं बन जाता है तो  जब गरीब हितग्राही को सरकारी राशन नहीं मिल पाएगा। जबकि खाद्य विभाग द्वारा राशन दुकान को कैशलेस करने का प्रचार नहीं किया जा रहा है।
उपभोक्ताओं को जानकारी नहीं
गरीबों को कैशलेस योजना की जानकारी तक नहीं है। राशन दुकान संचालकों ने भी हितग्राहियों को राशन कैशलेस होने की जानकारी नहीं दी है। जब कैशलेस सिस्टम लागू होगा तो गरीबों के बीच हडक़ंप मच सकती है। जिले में पांच लाख 68 हजार गरीब हितग्राही है जिसमें 5 लाख 30 हजार का बैंक खाता खोला गया है। 10 प्रतिशत खाता अभी तक नहीं खुला है।  क्योंकि जब तक खाद्य विभाग में हितग्राही का बैंक खाता और आधार कार्ड जमा नहीं होता है तब तक राशन नहीं मिलेगा। हितग्राही राशन दुकानों में बैंक खाते और आधार कार्ड जमा कर रहे हैं।
राशन दुकान संचालकों की बढ़ेगी समस्या
सबसे बड़ी समस्या राशन दुकान संचालकों की है। क्योंकि दुकान संचालकों को राशन का हिसाब आनलाईन करना होता है। कैशलेस होने के बाद स्वाइप मशीन द्वारा राशन का भुगतान भी लेना है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में राशन दुकान संचालकों द्वारा नेट की समस्या को लेकर कई बार शिकायत खाद्य विभाग से की  की जा चुकी है।  कैशलेस मशीन इंटरनेट द्वारा चलती है। जब इंटरनेट फेल होता है तो दुकानदार राशन का भुगतान लेगा।  कैशलेस सिस्टम का विरोध दुकान संचालक भी कर रहे हैं। अधिकांश दुकान संचालकों को टैबलेट चलाना नहीं आता। दुकान संचालक राशन का हिसाब वितरण आनलाईन करने दूसरों की मदद लेते हैं। दुकान संचालकों का कहना है कि कैशलेस सिस्टम से आने वाले समय में काफी परेशानी आ सकती है। खाद्य इस्पेक्टरों की भी परेशानी हो सकती है।
कोई परेशानी नहीं आएगी
राशन दुकान कैशलेस होने से हितग्राहियों को राहत मिलेगी। कार्ड से हितग्राही राशन का भुगतान कर सकते हैं। कैशलेस से कोई परेशानी नहीं आएगी।
पुन्नूलाल मोहले
खाद्य मंत्री

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