जेडीयू विधायक अजय कुमार मंडल ने दिया इस्तीफा, सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं करने के लगाए आरोप
बिहार में जेडीयू को एक के बाद एक झटके लग रहे है। अभी तक पार्टी के विधायक एक के बाद एक करके इस्तीफा दे रहे थे। वहीं अब इस दौड़ में सांसद भी शामिल हो गए हैं। जेडीयू सांसद अजय कुमार मंडल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सांसद ने सीएम नीतीश कुमार को त्यागपत्र लिखा है जिसे उन्होंने अपने 'एक्स' पर भी शेयर किया;
जेडीयू के बुरे दिन शुरू, चुनाव से पहले नीतीश का साथ छोड़ रहे हैं दिग्गज नेता
पटना: बिहार में जेडीयू को एक के बाद एक झटके लग रहे है। अभी तक पार्टी के विधायक एक के बाद एक करके इस्तीफा दे रहे थे। वहीं अब इस दौड़ में सांसद भी शामिल हो गए हैं। जेडीयू सांसद अजय कुमार मंडल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सांसद ने सीएम नीतीश कुमार को त्यागपत्र लिखा है जिसे उन्होंने अपने 'एक्स' पर भी शेयर किया।
अजय मंडल ने सिर्फ पार्टी ही नहीं छोड़ी बल्कि जेडीयू पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है -"स्थानीय सांसद होने के बावजूद टिकट देने में मेरी किसी भी प्रकार की सलाह नहीं ली गई है...इसलिए मेरा सांसद पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है."
आदरणीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी, सांसद पद से त्यागपत्र देने हेतु अनुमति प्रदान कीजिए।
— Ajay Kumar Mandal (अजय कुमार मंडल) (@AjayMandalMPbgp) October 14, 2025
स्थानीय सांसद होने के बावजूद टिकट देने में मेरी किसी भी प्रकार की सलाह नहीं ली गई है। इसलिए मेरा सांसद पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है।@ZeeNews @ZeeNewsBihar @aajtak pic.twitter.com/STEjQOYsfr
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में उन्होंने साफ़ साफ़ कहा है कि विधानसभा चुनाव के टिकट बांटने की प्रक्रिया में स्थानीय सांसद होने के बावजूद उनसे कोई सलाह या चर्चा नहीं की जा रही है। साथ ही उन्होंने ये आरोप भी लगाए हैं कि जिन व्यक्तियों ने कभी पार्टी संगठन के लिए कार्य नहीं किया, उन्हें टिकट देने की बात सामने आ रही है जबकि जिला अध्यक्ष और स्थानीय नेतृत्व की राय को पूरी तरह अनदेखा किया जा रहा है। उनके इस बयान से जेडीयू के बीच जारी घमासान अब खुलकर सामने आ रहा है। सीट बंटवारे से पहले तो एनडीए में घमासान मचा ही हुआ था और अब सीट शेयरिंग के बाद भी घमासान जारी है। अजय मंडल के बयान से ये माना जा रहा है कि जेडीयू ,एम मनमाने तरीके से सीट बंटवारा हुआ है वहीं जानकारों का कहना है कि अगर जल्द ही पार्टी में मची ये उथल पुथल शांत नहीं हुई तो इसका बुरा असर चुनाव में देखने को मिलेगा।