तेजस्वी के 'बिहार का नायक' पोस्टर पर अजय आलोक ने कसा तंज, बोले-पहले आईने में अपनी शक्ल देखें
बिहार चुनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पटना स्थित कार्यालय के बाहर लगे 'बिहार का नायक' पोस्टर ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है;
पटना। बिहार चुनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पटना स्थित कार्यालय के बाहर लगे 'बिहार का नायक' पोस्टर ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पोस्टर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को नायक के रूप में पेश किया गया। इस पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी पहले आईने में अपनी शक्ल देखें, नायक बनने चले हैं।
अजय आलोक ने कहा, बिहार के दिन अभी इतने नहीं ढले हैं। यह वही पावन धरती है, जहां से जननायक जय प्रकाश नारायण ने उदय होकर पूरे देश में क्रांति की लहर फैलाई और इंदिरा गांधी को सत्ता से हटाया। यह वही बिहार है, जहां जननायक कर्पूरी ठाकुर ने सामाजिक न्याय की नींव रखी और नए आरक्षण मॉडल के साथ राज्य का नक्शा बदल दिया, लेकिन अब उसी धरती पर एक भ्रष्ट परिवार के बेटे को, जिसे बिहार के विकास की जरा भी परवाह नहीं, उसे 'बिहार का नायक' बनाकर पेश किया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के पोस्टर लगवाने से पहले तेजस्वी को शर्म आनी चाहिए। पटना में राजद कार्यालय के बाहर लगे इस पोस्टर में तेजस्वी यादव की तस्वीर के साथ 'बिहार का नायक' लिखा गया है। यह पोस्टर उस वक्त लगाया गया है जब महागठबंधन की ओर से तेजस्वी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया है।
भाजपा प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से तंज कसा। उन्होंने लिखा कि जयप्रकाश हुए, लोकनायक कर्पूरी हुए जननायक और अब नौवां फेल बने नायक। क्या किस्मत है बिहार की।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव की 243 सीटों के लिए 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा और 14 नवंबर को मतगणना होगी।
इंडिया अलायंस गठबंधन और एनडीए की ओर से चुनावी अभियान तेज कर दिया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। पीएम मोदी ने जहां समस्तीपुर की जनसभा से लालटेन का जिक्र कर महागठबंधन पर जोरदार हमला किया तो वहीं, तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि एनडीए विकास और रोजगार के मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती।