श्रमिक संगठनों के 'भारत बंद' से त्रिपुरा में जन जीवन प्रभावित

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ और एनपीआर, सीएए तथा एनआरसी को खत्म करने की मांग को लेकर 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों (सीटीयूज) द्वारा आज आहूत 'भारत बंद' से त्रिपुरा में आम जनजीवन प्रभावित हुआ;

Update: 2020-01-08 13:43 GMT

अगरतला। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ और एनपीआर, सीएए तथा एनआरसी को खत्म करने की मांग को लेकर 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों (सीटीयूज) द्वारा आज आहूत 'भारत बंद' से त्रिपुरा में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। राज्य में अधिकतर बाजार, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और निजी तथा यात्री वाहन सड़कों पर काफी कम संख्या में दिखे।

लेकिन ज्यादातर सरकारी कार्यालय लगभग सामान्य रूप से संचालित रहे और स्कूल तथा अन्य शिक्षण संस्थान भी खुले रहे, हालांकि वहां उपस्थिति कम रही।

ज्यादातर बैंक और वित्तीय संस्थान बंद रहे।

पुलिस प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने आईएएनएस से कहा कि राज्य में कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।

अगरतला आने-जाने वाली उड़ान सेवाएं तथा पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) संचालित रहे, हालांकि उनमें यात्रियों की संख्या काफी कम थी।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली सरकार ने दिशानिर्देश जारी किया है, जिसमें सभी कर्मियों से कार्यालयों में सामान्य तौर पर काम करने के लिए कहा गया है अन्यथा 'उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'

भाजपा ने सामान्य स्थिति कायम रखने के लिए बाइक रैलियां और पैदल मार्च भी आयोजित किए हैं।

पूरे राज्य में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं।

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