दलित कार्यकर्ता की मौत पर लोगों में गुस्सा, जिग्नेश मेवाणी हिरासत में
गुजरात में जमीन पर कब्जे की मांग को लेकर दलित कार्यकर्ता की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी है। बीजेपी सरकार के खिलाफ दलित सड़कों पर उतर आए हैं।;
गुजरात। गुजरात में जमीन पर कब्जे की मांग को लेकर दलित कार्यकर्ता की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी है। बीजेपी सरकार के खिलाफ दलित सड़कों पर उतर आए हैं।
पाटन से लेकर अहमदाबाद में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सारंगपुर में जहां निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने रुपाणी सरकार के खिलाफ हुंकार भरी, तो वहीं अहमदाबाद में लोगों का गुस्सा इतना भड़क उठा कि उन्होंने बस को ही जलाकर खाक कर दिया।
Protesters torched a vehicle in #Gujarat's Ahmedabad agitating over death of a Dalit activist Bhanubhai Vankar on 16 Feb. Vankar had performed self-immolation on 15 Feb in Patan pic.twitter.com/NkUFa56S7Z
पाटन के दुदखा गांव में दलित कार्यकर्ता भानूभाई वणकर ने जमीन पर कब्जे की मांग को लेकर डीएम ऑफिस के सामने आत्मदाह कर लिया था, कल अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
भानूभाई वणकर की मौत के बाद दलितों का गुस्सा भड़क उठा है, जगह-जगह रुपाणी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. इसके लिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और लोगों से सारंगपुर स्थित बाबा अंबेडकर की प्रतिमा पर जमा होने को कहा था, जैसे ही मेवाणी प्रदर्शन के लिए निकले वैसे ही पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया...इस गिरफ्तारी के बाद जिग्नेश ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती हिरासत में लिया।
उन्होंने कहा कि ये बीजेपी सरकार दलित विरोधी है जिग्नेश मेवानी के ट्विटर अकाउंट से उनकी टीम ने ट्वीट कर कहा, ‘मेवानी और उनके साथियों को कार से निकाल के, कार की चाबी तोड़ के गलत तरीके से पुलिस ने हिरासत में लिया।’ प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया।
जिग्नेश मेवानी और उनके साथियों को कार से निकाल के, कार की चाबी तोड़ के गलत तरीके से अज्ञात लोगो द्वारा कोई अज्ञात जगह पर ले गए है -
जिग्नेश मेवानी टीम pic.twitter.com/uZsG8rYcVK
सारंगपुर के साथ-साथ उंझा और अहमदाबाद भी दलितों के गुस्से की आग में सुलग रहा हैजहां अहमदाबाद में प्रदर्शनकारियों ने बस को आग के हवाले किया है वहीं उंझा में दलित सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कीविरोध करने पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. वहीं लोगों की तरफ से पथराव की भी खबर है, दूसरी ओर हार्दिक पटेल ने भी मृतक कार्यकर्ता भानुभाई वणकर के परिवार से मुलाकात की और कहा कि वो न्याय दिलाने में पूरा सहयोग करेंगे...गुजरात के कई हिस्से हिंसा की आग में जल रहे हैं। ऐसे में दलितों की हितैषी होने का दावा करने वाली बीजेपी ने जल्द ही दलितों के गुस्से को शांत नहीं कराया, तो हालात काबू से बाहर हो सकते हैं।