हिंसा फैलाने के आरोप में अंद्राबी को 30 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

अलगाववादी महिला संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की नेता आसिया अंद्राबी और उनकी दो सहयोगियों को यहां की एक अदालत ने कथित रूप से जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववाद व हिंसा फैलाने के लिए 30 दिनों की न्यायिक हिरासत;

Update: 2018-07-16 15:56 GMT

नई दिल्ली। अलगाववादी महिला संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की नेता आसिया अंद्राबी और उनकी दो सहयोगियों को यहां की एक अदालत ने कथित रूप से जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववाद व हिंसा फैलाने के लिए 30 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की 10 दिन की हिरासत समाप्त होने के बाद अंद्राबी, सोफी फहमीदा और नाहिदा नसरीन को एनआईए की विशेष न्यायाधीश पूनम बांबा की अदालत के समक्ष पेश किया गया। इन लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मामला चल रहा है।

एनआईए ने कहा कि आरोपी भारत के खिलाफ हिंसा भड़काने और कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए कई मीडिया मंचों का उपयोग कर घृणित भाषणों को प्रचारित कर रही थी।

एजेंसी ने कहा कि 'ये लोग लगातार ऐसे कार्यो में संलिप्त थे जिससे भारत की अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा है।'

एनआईए ने आरोप लगाया कि अंद्राबी और उसकी सहयोगी सक्रिय रूप से आतंकवादी संगठन 'दुख्तरान-ए-मिल्लत' चला रही थी । 

एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के अंतर्गत इन लोगों पर मामला दर्ज किया है।

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