आंध्रप्रदेश : बाढ़ पीड़ितों को अदाणी ग्रुप ने 25 करोड़ रुपये की दी सहायता राशि
भारी बारिश के कारण बाढ़ से जूझ रहे आंध्र प्रदेश के लोगों की मदद से लिए अदाणी ग्रुप की ओर से गुरुवार को 25 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान किया गया;
आंध्रप्रदेश। भारी बारिश के कारण बाढ़ से जूझ रहे आंध्र प्रदेश के लोगों की मदद से लिए अदाणी ग्रुप की ओर से गुरुवार को 25 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान किया गया।
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "आंध्र प्रदेश में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान से बेहद परेशान हूं। इस कठिन परिस्थिति में अदाणी ग्रुप आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ मजबूती से ही खड़ा है। हम पूरे विनम्र भाव से अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से राहत के लिए 25 करोड़ रुपये का योगदान देते हैं।"
As we witness the devastation caused by torrential rains in Vijayawada, we firmly stand in solidarity with the people of Andhra Pradesh during these tough times. We are deeply moved by their resilience as they display great resolve in assisting affected communities in this time… https://t.co/Hs3fSAq66S
इसके साथ ही गौतम अदाणी की ओर से एक फोटो पोस्ट की गई, जिसमें अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के एमडी करण अदाणी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को सहायता देते हुए नजर आ रहे हैं।
गौतम अदाणी की पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए करण अदाणी ने लिखा, "आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में चल रहे राहत अभियान में योगदान देने का मौका मिला। हमारा दिल उन लोगों के साथ है जो अपने जीवन और आजीविका का पुनर्निर्माण कर रहे हैं।"
बता दें कि आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ आई थी। हालांकि, अब पानी उतर चुका है। प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों को भी लगाया है।
बाढ़ पीड़ित के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की ओर से भी राहत पैकेज का ऐलान किया जा चुका है। मुख्यमंत्री की ओर से बाढ़ पीड़ित लोगों से भी मुलाकात की जा चुकी है और मदद का भरोसा दिया गया है।
बाढ़ को देखते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से भी हाल ही में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का दौरा किया गया था। इस बाढ़ से हुए नुकसान की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सौंपी गई थी।