अलीगढ़ के किसान ने 99 रुपए के बेस फेयर पर माता-पिता को कराया था हवाई सफर..., 'उड़ान' की वर्षगांठ पर मोदी स्टोरी ने शेयर की कहानी
देश के मझौले और छोटे शहरों को विमानन नेटवर्क से जोड़ने और 'हवाई चप्पल वालों को हवाई यात्रा' कराने के उद्देश्य से शुरू की गई 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के रविवार को आठ साल पूरे हो गए। इस अवसर पर 'मोदी स्टोरी' ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रामनगर गांव के रहने वाले किसान की कहानी साझा की है जिसने अपने माता-पिता का हवाई सफर का सपना पूरा किया;
नई दिल्ली। देश के मझौले और छोटे शहरों को विमानन नेटवर्क से जोड़ने और 'हवाई चप्पल वालों को हवाई यात्रा' कराने के उद्देश्य से शुरू की गई 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के रविवार को आठ साल पूरे हो गए। इस अवसर पर 'मोदी स्टोरी' ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रामनगर गांव के रहने वाले किसान की कहानी साझा की है जिसने अपने माता-पिता का हवाई सफर का सपना पूरा किया।
किसान मुकेश कुमार ने मोदी स्टोरी पर बताया कि वह अपने खेत में काम करते हुए ऊपर से जाते विमानों को देखकर सोचा करते थे कि उसमें बैठकर कैसा लगता होगा, वहां से नीचे देखने में कैसा लगता होगा। उन्होंने अपने माता-पिता से भी कहा था कि वह एक दिन उन्हें हवाई सफर जरूर कराएंगे। लेकिन उनके माता-पिता ने कहा कि यह सब गरीबों के नसीब में नहीं है।
मुकेश कुमार अलीगढ़ हवाई अड्डे पर जानकारी लेने पहुंचे तो पता चला कि कम दूरी के टिकट भी चार-पांच हजार रुपए में मिल रहे हैं। वह निराश हो गए। फिर एक दिन उन्हें उड़ान योजना के तहत 99 रुपए बेस फेयर पर टिकट के बारे में पता चला। उन्होंने टिकट बुक कराई और माता-पिता का सपना पूरा किया।
मुकेश कुमार के पिता ने कहा कि उन्हें ऊपर खिड़की से देखने में काफी आनंद आ रहा था कि बड़े-बड़े मकान इतने छोटे दिख रहे हैं।
खेती और कभी-कभार भट्ठे पर मजदूरी कर गुजर करने वाले मुकेश कुमार ने 15 अप्रैल 2024 को फ्लाईबिग की अलीगढ़-लखनऊ फ्लाइट में टिकट बुक कराई थी। फ्लाईबिग एयरलाइंस का संचालन करने वाली कंपनी बीडीके ग्रुप ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से पिछले साल लोकसभा चुनाव के समय अप्रैल में सिर्फ एक महीने के लिए 99 रुपए बेस फेयर पर अलीगढ़ से लखनऊ के टिकट की घोषणा की थी। उसने हर फ्लाइट में इस रियायती दर पर पांच सीटें रखी थीं जो 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर उपलब्ध थीं। यह सिर्फ गरीब तबके के लोगों के लिए थी। बेस फेयर के अलावा दूसरे शुल्क मिलाकर कुल किराया 354 रुपए रखा गया था।
मुकेश कुमार ने बताया कि वह लखनऊ से अपने माता-पिता अयोध्या ले गए जहां उन्होंने नवनिर्मित राम मंदिर में दर्शन किए।
उल्लेखनीय है कि 'उड़ान' योजना के तहत दूरी के आधार पर हर रूट का अधिकतम किराया सरकार तय करती है, हालांकि एयरलाइंस इससे कम किराया ऑफर करने के लिए स्वतंत्र है। योजना के तहत पहली फ्लाइट दिल्ली से शिमला के लिए 27 अप्रैल 2017 को रवाना हुई थी।