80 फीट गहरी खाई से गोताखोरों ने निकाला ट्रेलर में फंसा शव

अकलतरा/जांजगीर ! 80 फीट गहरी खदान में दो दिनों से डुबे ट्रेलर व उसमें फंसे सहचालक को आज बिलासपुर से आये प्रशिक्षित गोताखोरों व क्रेन के माध्यम से 3 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका।;

Update: 2017-04-25 04:38 GMT

अनियंत्रित होकर ट्रेलर जा गिरा था बंद पड़ी पत्थर की खदान की गहरी खाई में
अकलतरा/जांजगीर !   80 फीट गहरी खदान में दो दिनों से डुबे ट्रेलर व उसमें फंसे सहचालक को आज बिलासपुर से आये प्रशिक्षित गोताखोरों व क्रेन के माध्यम से 3 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग खदान के चारों तरफ चिलचिलाती धूप में भी नजारा देखने उपस्थित रहे। शव को पंचनामा व पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंपा गया है। विदित हो कि  अकलतरा के लटिया रोड स्थित दो साल से बंद पड़े पत्थर खदान में गत 22 अप्रैल को ट्रेलर अनियंत्रित होकर 80 फीट गहरी खाई में समा गई थी। जिसका चालक तो वाहन से बाहर निकल किसी तरह बचने में कामयाब रहा, वहीं सहचालक वाहन के साथ ही गहरे पानी में दो दिनों तक पड़ा रहा।
    नगर के लटिया रोड में स्थित बंटू छाबड़ा के दो साल से बंद पड़े क्रशर खदान में 22 अप्रैल को दोपहर डेढ बजे ट्रेलर क्र. सीजी 04 जेए 3789 एवं ट्रेलर में सवार झारखण्ड निवासी खलासी सोएब अंसारी खदान में जा गिरा था। 23 अप्रैल को घटना स्थल में क्रेन नहीं पहुंचने एवं बिलासपुर से प्रशिक्षित गोताखोर नहीं पहुंचने से कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई। आज 24 अप्रैल को बिलासपुर से प्रशिक्षित गोताखोर पहुंचने एवं घटना स्थल में क्रेन मशीन पहुंचने के पश्चात सुबह 11 बजे क्रशर खदान से ट्रेलर वाहन को निकालने की प्रक्रिया शुरु की गई। बिलासपुर से पहुंचे प्रशिक्षित गोताखोर नाव लेकर क्रेशन खदान के अन्दर पहुंचे। उनके साथ ग्राम तरौद के गोताखोर लाला कैवत्र्य एवं देवकुमार केंवट भी खदान के अन्दर पहुंचे। क्रेन मशीन के हुक एवं चेन को लाला कैवत्र्य एवं देवकुमार कैवत्र्य द्वारा खदान के अन्दर पानी में जाकर ट्रेलर वाहन का जायजा लेते हुए पिछले हिस्से में हुक एवं चेन को बांधा गया। ट्रेलर मशीन के माध्यम से दोपहर डेढ़ बजे बड़ी मशक्कत के बाद खदान में गिरी हुई ट्रेलर वाहन को बाहर निकालने के दौरान ट्रेलर वाहन के केबिन के अन्दर फंसी हुई खलासी सोएब अंसारी का शव खदान में नीचे गिर गया। बिलासपुर से आए हुए गोताखोरों द्वारा नाव में खलासी सोएब अंसारी के शव को फांदकर बाहर निकाला गया। शव के बाहर आने पर परिजनों द्वारा हंगामा शुरु कर दिया गया। मौके पर उपस्थित डीएसपी अशोक शर्मा, प्रशिक्षु डीएसपी रश्मित कौर चावला, टीआई उमेश मिश्रा, मुलमुला निरीक्षक विवेक चौधरी, नगरपालिका उपाध्यक्ष मो. इमरान खान, पार्षद अंकित सिंह सिसोदिया द्वारा परिजनों को समझाईश दी गई। पुलिस द्वारा शव का पंचनामा करने के पश्चात पोस्टमार्टम हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया। पोस्टमार्टम के पश्चात शव को परिजनों के साथ झारखण्ड रवाना किया गया। मामले पर अकलतरा पुलिस ने 279, 304 ए का मामला पंजीबद्ध कर लिया है।
अनदेखी की हो गई हद !
जिले में सैकड़ों की संख्या में क्रशर की मशीने संचालित है। बावजूद इसके पर्यावरण का कार्यालय जिले स्थापित नहीं हो सका। पड़ोसी जिले के अधिकारी किसी दुर्घटना की स्थिति में जिले की सुध ले ले यही बहुत है। यही वजह है कि अधिकांश क्रशर संचालक पत्थर खदानों से तय सीमा से कई गुना अधिक उत्खनन कर खदान खुला छोड़ देते है। अकलतरा की घटना भले ही अधिकारी चालक की लापरवाही बता केस रफा-दफा कर दे, मगर हकीकत यह है कि ऐसे खुले खदानों के मालिकों के ऊपर भी अपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। दुर्घटना जिस खदान में हुई है उसकी गहराई 80 से 100 फीट बताई जा रही है। इतना ही नहीं उक्त खदान पिछले दो वर्र्षाे से बंद बताया जा रहा है। ऐसे में पर्यावरण विभाग के उस निर्देश की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसके अनुसार खदान की गहराई 20 फीट के आसपास होनी चाहिए। साथ ही उत्खनन बंद होने के बाद खदान को राखड़ व रेत से बंद करने का दायित्व खदान मालिक का है।

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