एयर इंडिया ने दिल्ली-शिमला मार्ग पर ‘उड़ान’ का किराया कुम किया

एयर इंडिया की इकाई एलायंस एयर ने ‘उड़ान’ के तहत पिछले सप्ताह दिल्ली-शिमला मार्ग पर शुरू की गयी फ्लाइट के लिए ज्यादा किराया वसूले जाने की खबर आने के बाद इस मार्ग पर किराया 1,933 रुपये कर दिया है;

Update: 2017-05-03 16:34 GMT

नयी दिल्ली।  सरकारी विमानन सेवा कंपनी एयर इंडिया की इकाई एलायंस एयर ने ‘उड़ान’ के तहत पिछले सप्ताह दिल्ली-शिमला मार्ग पर शुरू की गयी फ्लाइट के लिए ज्यादा किराया वसूले जाने की खबर आने के बाद इस मार्ग पर किराया 2,036 रुपये से घटाकर 1,933 रुपये कर दिया है। इससे पहले 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब सस्ती हवाई यात्रा वाली क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) की पहली फ्लाइट को शिमला से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था तो योजना के तहत आने वाली सीटों का किराया 2036 रुपये रखा गया था। इसमें मूल किराया 1,920 रुपये और सेवा कर 108 रुपये रखा गया था जो मूल किराये का 5.6 प्रतिशत है।

आरसीएस के नियमों के मुताबिक सेवा कर सिर्फ मूल किराये के 10 प्रतिशत यानी 192 रुपये पर ही लगाया जाना चाहिये था। गत 28 अप्रैल को इस संबंध में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि वह एयरलाइंस के अधिकारियों से बात करने के बाद ही इस बाबत कुछ कह पाएंगे। इसके बाद एयरलाइंस ने सेवा कर घटाकर 11 रुपये (192 रुपये का 5.6 प्रतिशत) कर दिया है। साथ ही दो अन्य शुल्क चार-चार रुपये से घटाकर एक-एक रुपये कर दिया गया है।

इस प्रकार इस मार्ग पर नया किराया 1,933 रुपये तय किया गया है। छोटे और मझोले शहरों को हवाई मार्ग से बड़े शहरों से जोड़ने के लिए शुरू की गयी आरसीएस के तहत हर फ्लाइट में आधी सीटों के लिए अधिकतम किराया सरकार द्वारा तय कर दिया गया है जबकि शेष आधी सीटों के लिए एयरलाइंस बाजार कारकों के आधार पर किराया तय कर सकती हैं।

सस्ते किराये के मद में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा एयलाइंसों को वॉयेबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) का प्रावधान है। दूरी के हिसाब से किराये के साथ-साथ हर सीट के लिए वीजीएफ भी तय है जो विभिन्न कारकों की गणना पर आधारित है।
 

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