शहर में गंदगी के लिए प्रशासन जिम्मेदार
नगर निगम के सदन की बैठक में शहर गंदगी के नाम पर सफाई कर्मियों को दोषी ठहराने के पार्षदो के आरोप को गलत बताते हुए अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने आपत्ति दर्ज की है.......;
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने निगम प्रशासन गंदगी के लिए जिम्मदार बताया
फरीदाबाद। नगर निगम के सदन की बैठक में शहर गंदगी के नाम पर सफाई कर्मियों को दोषी ठहराने के पार्षदो के आरोप को गलत बताते हुए अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने आपत्ति दर्ज की है तथा शहर में गदंगी के लिए निगम प्रशासन के सिस्टम को दोषी ठहराया है। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के वरिष्ठ नेता मेहर चंद बैनिवाल व प्रान्तीय महामंत्री भाइ्र्र सुनील कन्डेरा ने बताया कि निगम आयुक्त को सफाई सिस्टम को सुधारने के लिए कई बार सलाह दी गयी है।
परंतु निगमायुक्त हर बार जांच कराने की बात को लेकर खामोश हो जाती है। दूसरी तरफ पार्षदों में भी इतना मादा नही है कि इसका कानून सदन में पास करा सके। संघ के नेताओं ने कहा कि जब तक सफाई निरीक्षकों पर लगाम नहीं कसी जायेगी तब तक सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं होगा। निगम के पास 3400 सफाई कर्मियों की फौज बैशक हो परंतु मंथली पर धर बैठे सफाई कर्मचारी कामों पर नहीं लौटेंगे तब तक सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं होगी।
कर्मचारी नेता भाई सुनील कन्डेंरा ने बताया कि प्रत्येक हाजरी पर 60 से 70 सफाई कर्मी कार्यरत है तो लगभग 15 से 20 सफाई कर्मी मंथली पर धर बैठे है और उनका वेतन सफाई निरीक्षकों के माध्यम से प्रतिमाह निकाला जा रहा है। प्रत्येक सफाई कर्मी से ये सफाई निरीक्षक 5 से 6 हजार रूपये प्रतिमाह रिश्वत (मंथली) उगाहते है। उनहोंने खुलासा किया की ऐसा नही है कि निगम आयुक्त के पास ये जानकारी ना हो परंतु निगमायुक्त ने आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की हे और पूरी उम्मीद है कि कार्यवाही होगी भी नहीं ।