अधिकारी राजनीतिक दलों से प्रेरित होकर काम करेंगे तो होगी कार्रवाई: रावत

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि जो अधिकारी राजनीति दलों से प्रेरित होकर काम करेंगे उनके नाम संज्ञान में आने पर तत्काल कार्रवाई होगी। ऐसे अफसरों को निर्वाचन प्रक्रिया से दूर रखा जाएगा;

Update: 2018-09-01 17:28 GMT

रायपुर। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि जो अधिकारी राजनीति दलों से प्रेरित होकर काम करेंगे उनके नाम संज्ञान में आने पर तत्काल कार्रवाई होगी। ऐसे अफसरों को निर्वाचन प्रक्रिया से दूर रखा जाएगा।

रावत ने पत्रकारों को आज संबोधित करते हुए बताया कि राज्य में चुनाव को लेकर संशय की कोई स्थिति नहीं है। पूर्व निर्धारित समय पर ही चुनाव संपन्न होंगे। इससे पहले विधानसभा और लोकसभा चुनावों को साथ संपन्न कराए जाने को लेकर राजनीतिक दलों ने मांग रखी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि तीन राज्यों में अलग से विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के पहले ही संपन्न करा लिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में चुनावी तैयारियां ठीक ढंग से चल रही है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। दो दिवसीय दौरे में रावत ने राजनीतिक दलों के अलावा राज्य शासन के आला अधिकारियों, कलेक्टर-एसपी की बैठक लेकर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया।

उन्होंने बताया कि इस चुनाव में एक नई व्यवस्था की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक पोलिंग बूथ का संचालन पूरी तरह महिलाओं की टीम द्वारा ही किया जाएगा। चुनाव में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने चुनावी इतिहास में पहली बार सुगम चुनाव प्रेक्षक नियुक्त करेगा। इसके अलावा सामान्य प्रेक्षक, चुनाव व्यय प्रेक्षक भी नियुक्त किए जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि चुनाव के पूर्व सत्ताधारी पार्टी द्वारा सरकारी तंत्र के दुरूपयोग की शिकायतें मिली हैं। इसे गंभीरता से लिया गया है। कुछ दलों ने यह मांग भी की है कि राज्य सरकार की विकास यात्रा में राजनैतिक दल के झण्डे और प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल न किया जाए। मोबाइल वितरण योजना के संबंध में आयोग के समक्ष शिकायत रखी है।

उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार सभी 90 विधानसभा सीटों के सभी 23632 पोलिंग बूथ पर ईवीएम के साथ वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया जाएगा। सीसीटीवी, वीडियोग्राफी की निगरानी में सारे मतदान केंद्र रहेंगे। ताकि, किसी तरह की गड़बड़ी न हो सकें।

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