गोमांस पर जीएसटी हटाने के फैसले पर कांग्रेस का विरोध, आंदोलन की घोषणा
कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा गोमांस पर जीएसटी पूरी तरह हटाने के फैसले की कड़ी आलोचना की है;
हिंदू भावनाओं के खिलाफ फैसला: कांग्रेस ने गोमांस पर जीएसटी हटाने को बताया असंगत
- धर्मनिरपेक्षता पर सवाल, हिंदुत्व नीति पर हमला - कांग्रेस का केंद्र पर तीखा वार
- जीएसटी नीति में विरोधाभास का आरोप, कांग्रेस ने केंद्र से मांगा स्पष्टीकरण
विजयवाड़ा। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा गोमांस पर जीएसटी पूरी तरह हटाने के फैसले की कड़ी आलोचना की है।
पार्टी के उपाध्यक्ष गुरुनाथम ने इस फैसले को सरकार का विरोधाभासी रुख बताया। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार गायों और भैंसों की रक्षा की बात करती है, वहीं दूसरी ओर गोमांस पर जीएसटी हटाकर हिंदू भावनाओं के खिलाफ कदम उठा रही है।
गुरुनाथम ने कहा कि हाल ही में सरकार ने कुछ वस्तुओं पर जीएसटी दरों में कटौती की, जो स्वागत योग्य है। हालांकि, गोमांस पर जीएसटी हटाने का निर्णय हिंदुओं के लिए अस्वीकार्य है।
उन्होंने इसे सरकार की हिंदुत्व की नीति के खिलाफ बताया और कहा कि यह कदम धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का भी उल्लंघन करता है। उन्होंने तर्क दिया कि यदि सरकार धर्मनिरपेक्षता का पालन करना चाहती है, तो गोमांस पर भी जीएसटी लगाना चाहिए।
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी के नेतृत्व में पार्टी ने इस मुद्दे पर आंदोलन की घोषणा की है। गुरुनाथम ने बताया कि 26 और 27 सितंबर को पुजारियों के साथ मिलकर पार्टी इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। यह मुद्दा हिंदू समुदाय के लिए अत्यंत संवेदनशील है और सरकार का यह कदम उसकी हिंदुत्व की नीति पर सवाल उठाता है।
वहीं, गुरुनाथम ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस जीतू पटवारी की मांग का पूर्ण समर्थन करती है और सरकार से इस विरोधाभासी नीति पर स्पष्टीकरण मांगती है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार हिंदुत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाना चाहती है, तो उसे गोमांस पर जीएसटी बहाल करना होगा।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है और इसे एक बड़े आंदोलन का रूप देने की तैयारी कर रही है। पार्टी का कहना है कि यह फैसला न केवल हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि सरकार की नीतियों में असंगति को भी उजागर करता है।