जीएसटी के एक साल बाद देश में सात से आठ करोड़ लोग बेरोजगार: शरद यादव

लोकतांत्रिक जनता दल( लोजद) के राष्ट्रीय संरक्षक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने आज कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू किये जाने के बाद देश में सात से आठ करोड़ लोग बेरोजगार हो गये;

Update: 2018-07-02 16:16 GMT

पटना।  लोकतांत्रिक जनता दल( लोजद) के राष्ट्रीय संरक्षक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने आज कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू किये जाने के बाद देश में सात से आठ करोड़ लोग बेरोजगार हो गये हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार जीएसटी के लागू होने के एक वर्ष पूरा होने पर जश्न मना रही है। 

यादव ने यहां संवाददता सम्मेलन में कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के लागू होने से आम लोगों के साथ-साथ किसान भी परेशान हैं । बैंकों की हालत भी खराब है । उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण लगभग सात से आठ करोड़ लोग बेरोजगार हो गये हैं । 

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने देश के लोगों से जो वादा किया था उसे पूरा नहीं कर पाये हैं । देशभर में किसान मोदी के किये गये वादे के अनुरूप लागत मूल्य पर 50 प्रतिशत लाभ जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन इसे अब तक पूरा नहीं किया गया है । 

यादव ने कहा कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां कृषि को छोड़कर कोई भी उद्योग नहीं है । बिहार के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है । उन्होंने कहा कि मक्का का घोषित एमएसपी एक हजार चार सौ 25 रूपये है जबकि बिहार में 900 रूपये एमएसपी है । इसी तरह धान का भी एमएसपी किसानों को नही मिल रहा है । उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों को एमएसपी से पांच सौ 25 रूपये कम मिल रहा है । 

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मूंग दाल पांच हजार सात सौ 75 रूपये और अरहर दाल का पांच हजार पांच सौ 50 रूपये एमएसपी है जबकि बिक रहा है तीन हजार चार सौ रूपये । इसी तरह मसूर दाल का एमएसपी है चार हजार चार सौ 25 जबकि बिक रहा है तीन हजार पांच सौ । उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों को उनकी लागत का उचित मूल्य नही मिल पा रहा है । 

यादव ने कहा कि किसानों को उनकी लागत का डेढ गुना दाम मिलना चाहिए । पंजाब और हरियाणा में किसानों से उनकी उपज खरीदी जा रही है जबकि बिहार में ऐसा नहीं हो पा रहा है । उन्होंने कहा कि बिहार के किसान अपनी उपज कम कीमत पर बेचने को मजबूर हैं ।

बिहार में पूरी व्यवस्था ही लुंज पुंज हो गयी है । उन्होंने कहा कि किसानों के हित में राज्य सरकार तत्काल पहल करनी चाहिए । इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमई राम , विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी , पूर्व सांसद अर्जुन राय और प्रदेश महासचिव विनु यादव भी मौजूद थे । 

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