बीएसएफ के जवानों ने लिया अंगदान करने का संकल्प
भारत-बांग्लादेश सीमाओं की अभेद्य सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और अधिकारियों ने शुक्रवार को अंगदान करने का संकल्प लिया;
नई दिल्ली। भारत-बांग्लादेश सीमाओं की अभेद्य सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और अधिकारियों ने शुक्रवार को अंगदान करने का संकल्प लिया। इस दौरान केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरेन रिजीजू और बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा के साथ भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव सी.के. मिश्रा, निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विमल भंडारी, बावा की अध्यक्षा रेनू शर्मा समेत सीमा सुरक्षा बल के सदस्य और परिजन भी मौजूद थे।
इस अवसर पर महानिदेशक ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की सामाजिक जिम्मेदारियां निभाने में बीएसएसफ हमेशा आगे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 20000 से भी अधिक सदस्य और परिजन स्वयं को अंगदान के लिए प्रस्तुत कर चुके हैं। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री ने अंगदान के लिए बीएसएफ में मुहिम चलाने के लिए जहां बीएसएफ के महानिदेशक की सराहना की तो वहीं, इस मुहिम के तहत सबसे पहले अंगदान करने का प्रण लेने वाले महानिदेशक केके शर्मा और उनके परिजनों की व्यक्तिगत तारीफ भी की।
रिजीजू ने कहा कि बल की अंगदान मुहिम से अंगदान के संदर्भ में समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने में सहायता मिलेगी। गौरतलब है कि बीएसएफ अपने ढाई लाख सदस्यों की विशाल जन शक्ति के बूते सीमाओं का प्रबंधन करती है। इसके अलावा सीमा वासियों के कौशल विकास के साथ नशे के विरूद्ध अभियान और पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है।