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शाह का राहुल पर तंज, कहा अमेठी हारने के डर से केरल भागे

सपा और बसपा गठबंधन पर तंज कसते हुये शाह ने कहा कि गरीबों और किसानों की चिंता जताने वाले इन दलों के शासनकाल में समाज के इस तबके का जमकर दोहन हुआ

शाह का राहुल पर तंज, कहा अमेठी हारने के डर से केरल भागे
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बिजनौर। उत्तर प्रदेश के धामपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी के दो सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर तंज कसा।

शाह ने कांग्रंस अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी अमेठी में लोकसभा चुनाव के हार के डर से केरल भागे। अमित शाह ने हिंदू आतंकवाद को लेकर भी कांग्रेस पार्टी पर हमला किया।

बता दें कि आज कांग्रेस ने ऐलान किया कि, राहुल गांधी अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ने जा रहें हैं।

शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी छोड़कर केरल की ओर भागे हैं। सबको पता है कि अमेठी में इस बार उनका हिसाब-किताब चुकता होने वाला है। केरल में तुष्टिकरण की राजनीति की बदौलत राहुल बाबा विजेता बनना चाहते हैं। तुष्टिकरण की राजनीति के लिये उन्होंने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। इसलिये उन्हें पता होना चाहिये कि वह जहां भी जायेंगे, देश की जनता उनसे जवाब मांगेगी।

उन्होंने कहा, “तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे और राहुल गांधी स्वयं अमेरिकी राजदूत से बोले थे कि लश्कर-ए-तैयबा खतरा नहीं है बल्कि हिन्दू आतंकवाद से खतरा है।”

भाजपा अध्यक्ष ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुये कहा कि पिछले पांच साल में सरकार ने आदिवासी, गरीब, किसान और मजदूर समेत समाज के शोषित और वंचित वर्ग के कल्याण के लिये तमाम योजनायें क्रियान्वित की।

सात करोड़ गरीब महिलाओं को गैस सिलिंडर वितरित किये गये जबकि ढाई करोड़ गरीबों को आवास उपलब्ध कराये गये। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 50 करोड़ गरीबों को पांच लाख रुपये तक इलाज की मुफ्त सुविधा मुहैया करायी गयी।

समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन पर तंज कसते हुये श्री शाह ने कहा कि गरीबों और किसानों की चिंता जताने वाले इन दलाें के शासनकाल में समाज के इस तबके का जमकर दोहन हुआ।

वर्ष 2012 से 2017 के बीच सपा के शासनकाल में गन्ना किसानों के बकाये की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया। वर्ष 2017 से अब तक गन्ना किसानों को 55 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है जबकि बकाये की शेष धनराशि का भुगतान चुनाव समाप्त होने तक करा दिया


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