गठबंधन सहयोगी प्रधानमंत्री बनाना चाहेंगे तो मैं प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हूं: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यहां कहा कि अगर गठबंधन सहयोगी उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहेंगे तो वह प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यहां कहा कि अगर गठबंधन सहयोगी उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहेंगे तो वह प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री बनने की उनकी इच्छा व्यक्त किए जाने के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि यह द्विस्तरीय प्रक्रिया है। पहला भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को हराना और दूसरा चुनाव बाद प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में निर्णय लेना।
I view the world as a set of partnerships and there is a space for everybody: Congress President @RahulGandhi at #HTLS #RahulGandhiLeadsHTSummit pic.twitter.com/JQpYikiUvG
— Congress (@INCIndia) October 5, 2018
जब प्रधानमंत्री बनने के मुद्दे के बारे में पूछा गया तो, राहुल ने कहा, "अगर वे (गठबंधन) मुझे प्रधानमंत्री बनाना चाहेंगे, तो मैं निश्चित ही प्रधानमंत्री बनना चाहूंगा।"
You've asked me relatively easy questions. I'm perfectly happy to take sledgehammers. I've done it. Why is the Prime Minister of India incapable of sitting here and saying throw whatever you have at me: Congress President @RahulGandhi at #HTLS #RahulGandhiLeadsHTSummit pic.twitter.com/tZ4v6WNu9y
— Congress (@INCIndia) October 5, 2018
राहुल यहां हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मिट के संवाद सत्र मे बोल रहे थे।
उनके व उनकी मां सोनिया गांधी के बीच समानता और अंतर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे धर्य सिखाया। मैं उतावला हुआ करता था। दोनों में सुनने की क्षमता है, लेकिन मैं कभी-कभी उनसे कहता हूं कि आपमें काफी धर्य है।"
I've been going to temples, Gurudwaras, Mosques for the last 16 years... The BJP feels that only they can go to temples... : Congress President @RahulGandhi at #HTLS #RahulGandhiLeadsHTSummit pic.twitter.com/N2puPXCnow
— Congress (@INCIndia) October 5, 2018
राहुल ने कहा, "वह मुझे कहती हैं कि वह 'साहसी भावना' के साथ आगे बढ़ती हैं और मैं सोच के आधार पर..मैं इससे सहमत नहीं हूं।"
उन्होंने कहा, "नेतृत्व क्रमिक विकास है, यह एक गतिशील प्रक्रिया है। एक नेता के तौर पर मेरे क्रमिक विकास में, मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुनता हूं और समझने की कोशिश करता हूं कि वे क्या चाहते हैं।"


